scorecardresearch
 

'संसद चलाना चाहते हैं तो विपक्ष के मुद्दों को मिले जगह', सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस की मांग

कांग्रेस ने संसद के मानसून सत्र के दौरान मणिपुर पर चर्चा की मांग की. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार से शुरू होने वाले सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद यह टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़, ओडिशा के बालासोर में रेलवे त्रासदी, बेरोजगारी, बढ़ती कीमतें और संघीय ढांचे पर हमला जैसे अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जानी चाहिए.

Advertisement
X
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (फाइल फोटो)
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (फाइल फोटो)

कांग्रेस ने बुधवार को इस बात पर जोर देते हुए कि ताली बजाने के लिए दो हाथों की जरूरत होती है, अगर सरकार चाहती है कि संसद चले, तो उसे विपक्ष के मुद्दों को जगह देनी चाहिए. साथ ही कांग्रेस ने संसद के मानसून सत्र के दौरान मणिपुर पर चर्चा की मांग की. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार से शुरू होने वाले सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद यह टिप्पणी की.

Advertisement

न्यूज एजेंसी के मुताबिक बुधवार को सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "मैंने व्यापार सलाहकार समिति की बैठक में भाग लिया था और उन सभी मुद्दों को उठाया था जिन पर चर्चा की जानी चाहिए. सर्वदलीय बैठक में भी मैंने मुद्दों को उठाया था. हमारी मांग है कि मणिपुर का मुद्दा है जिस पर चर्चा की जानी चाहिए." 

उन्होंने कहा, "दो महीने बीत गए हैं लेकिन प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) चुप हैं. मैं उनसे अनुरोध करना चाहूंगा कि वह दो महीने से अधिक समय से चुप हैं लेकिन उन्हें कम से कम संसद में बयान देना चाहिए और हमें बहस करने की अनुमति देनी चाहिए. हम कल (चर्चा के लिए) स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते हैं क्योंकि मणिपुर में स्थिति बिगड़ रही है."

उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़, ओडिशा के बालासोर में रेलवे त्रासदी, बेरोजगारी, बढ़ती कीमतें और संघीय ढांचे पर हमला जैसे अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जानी चाहिए. मैंने यह भी मांग की कि भारत-चीन सीमा मुद्दे और व्यापार असंतुलन पर भी बहस होनी चाहिए. हमने स्पष्ट रूप से कहा कि ताली बजाने के लिए दो हाथों की जरूरत होती है. अगर सत्तारूढ़ दल संसद चलाना चाहता है तो उसे विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों को जगह देनी होगी. हमने मांग की है कि हमें सभी मुद्दे उठाने की अनुमति दी जाए.

Advertisement

सरकार ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि वह 20 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में नियमों के तहत अनुमति प्राप्त और सभापति द्वारा अनुमोदित हर मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार है.

सरकार मणिपुर की स्थिति सहित हर मुद्दे पर चर्चा को इच्छुक: प्रह्लाद जोशी

ससंदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार 20 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में नियमों के तहत अनुमति प्राप्त और सभापति द्वारा अनुमोदित हर मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार है. सत्र के लिए 32 विधायी मुद्दे हैं. सूत्रों ने बताया कि जोशी ने इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बुलाई गई व्यापार सलाहकार समिति की बैठक में कहा था कि सरकार मणिपुर में हिंसा पर चर्चा करने को तैयार है, जो विपक्षी नेताओं द्वारा उठाया गया मामला है.

Advertisement
Advertisement