कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत की हाल की टिप्पणी पीएम की आलोचना करती है.
गुरुवार को झारखंड में ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता बैठक में बोलते हुए मोहन भागवत ने कहा, 'प्रगति का कोई अंत नहीं है...लोग सुपरमैन बनना चाहते हैं, लेकिन वे यहीं नहीं रुकते. फिर वे 'देवता' बनना चाहते हैं, और फिर 'भगवान'. लेकिन 'भगवान' कहते हैं कि वे 'विश्वरूप' हैं. कोई नहीं जानता कि इससे बड़ा कुछ है या नहीं.'
RSS प्रमुख ने कहा, 'विकास का कोई अंत नहीं है. हमें यह सोचना चाहिए कि हमेशा और अधिक की गुंजाइश है. कार्यकर्ताओं को यह समझना चाहिए. हमें हमेशा और अधिक के लिए प्रयास करना चाहिए.' भागवत ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी का कोई संदर्भ नहीं दिया, लेकिन जयराम रमेश ने दावा किया कि आरएसएस प्रमुख प्रधानमंत्री की 'भगवान की ओर से भेजे गए' टिप्पणी पर कटाक्ष कर रहे थे.
भागवत के भाषण के वीडियो को रीट्वीट करते हुए जयराम रमेश ने एक पोस्ट में कहा, 'मुझे यकीन है कि स्वयंभू नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को झारखंड के नागपुर से लोक कल्याण मार्ग पर दागी गई इस नई अग्नि मिसाइल की खबर मिल गई होगी.' लोकसभा चुनाव के दौरान एक समाचार चैनल को दिए गए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कथित तौर पर कहा था कि वह 'बायोलॉजिकल नहीं बल्कि भगवान द्वारा भेजे गए हैं.'
पीएम मोदी ने कहा था, 'जब तक मेरी मां जीवित थीं, मुझे लगता था कि मैं बायोलॉजिकली रूप से पैदा हुआ हूं. उनके निधन के बाद, जब मैं अपने अनुभवों को देखता हूं, तो मुझे यकीन हो जाता है कि मुझे भगवान ने भेजा है. यह ताकत मेरे शरीर से नहीं है. यह मुझे भगवान ने दी है. इसलिए भगवान ने मुझे ऐसा करने की क्षमता, शक्ति, शुद्ध हृदय और प्रेरणा भी दी है. मैं भगवान द्वारा भेजा गया एक इंस्ट्रूमेंट मात्र हूं.'