कांग्रेस के सीनियर नेता शशि थरूर ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर अपने संसदीय क्षेत्र तिरुवनंतपुरम में निर्वाचित प्रतिनिधियों और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर संसदीय विशेषाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के साथ ही हमले का आरोप लगाया है.
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में शनिवार को केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने विजयन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था, जिसमें हिंसा की घटनाएं देखी गईं. इस दौरान पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद सांसदों और विधायकों समेत कई सीनियर कांग्रेस नेताओं को दम घुटने का सामना करना पड़ा, जिसके बाद कुछ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
23 दिसंबर को बिड़ला को लिखी चिट्ठी में थरूर ने कहा, "मैं आपको मेरे निर्वाचन क्षेत्र तिरुवनंतपुरम में संसदीय विशेषाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के साथ-साथ निर्वाचित प्रतिनिधियों और अन्य शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हुए ज़बरदस्त हमले की ओर आपका तत्काल ध्यान दिलाने के लिए लिख रहा हूं."
थरूर ने लिखा, यह घटना एक विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई, जहां कांग्रेस के कई साथी सांसद, विधायक, नेता और कार्यकर्ताओं पर केरल पुलिस ने कार्रवाई की. कांग्रेस के प्रदर्शन पर ऐसी कार्रवाई राज्य में लोकतांत्रिक असहमति पर अंकुश लगाने के प्रयास के रूप में देखी जा रही है. हालांकि रैली के आयोजकों ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न अधिकारियों से जरूरी अनुमति ली थई. कांग्रेस सांसद ने कहा, हम तब चौंक गए जब बिना किसी चेतावनी के, आंसू गैस के गोले दागे गए, जोकि मंच के ठीक पीछे गिरे, जहां विपक्ष के नेता रैली संबोधित कर रहे थे.
रैली को खत्म करने के लिए छोड़े आंसू गैस के गोले: थरूर
शशि थरूर ने अपने लेटर में कहा, "बाद में रैली को खत्म करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें की, जिनका इस्तेमाल पुलिस ने किया. कांग्रेस सांसद ने कहा, त्वचा, आंखें और फेफड़े अभी भी खराब हो रहे हैं. मैंने इसको लेकर डीजीपी से कड़े शब्दों में आपत्ति जताई है और उन्होंने इस घटना की जांच का वादा किया है."
लोकसभा स्पीकर को लिखी चिट्ठी में शशि थरूर ने कहा, "मंच पर आंसू गैस के गोले दागना, जिस पर कई वरिष्ठ जन प्रतिनिधि, सांसद और विधायक मौजूद थे, ये स्पष्ट रूप से संसदीय विशेषाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है."
थरूर ने स्पीकर से की जांच की मांग
थरूर ने स्पीकर ओम बिड़ला से मांग की है, जिस सदन का मैं सदस्य हूं, उसके संरक्षक के रूप में मैं आज आपको पत्र लिखकर इस मामले को अपनी सुविधानुसार जल्द से जल्द देखने की अपील कर रहा हूं ताकि आवश्यक कार्रवाई और सख्ती से शुरू की जा सके. उन्होंने कहा, इन घटनाक्रमों को लेकर मैं आभारी रहूंगा अगर आप संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन के मामले की सहानुभूतिपूर्व जांच कर सकें और उचित कार्रवाई कर सकें.