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इंडियन रेलवे ने स्वीकार किया विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का इस्तीफा

पिछले दिनों विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया था. विनेश और बजरंग ने पहलवानी में देश का नाम रोशन करने के बाद सियासत में अपनी किस्तम आजमाने का फैसला किया है.

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विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया (फाइल फोटो)
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया (फाइल फोटो)

भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने भारत के पूर्व पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. पिछले दिनों दोनों पहलवानों ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया था. विनेश और बजरंग ने पहलवानी में देश का नाम रोशन करने के बाद सियासत में अपनी किस्तम आजमाने का फैसला किया है. उन्होंने रेलवे को अपना इस्तीफा पत्र सौंपने के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दामन थाम लिया था. बता दें कि विनेश फोगाट को कांग्रेस की तरफ से जुलाना विधानसभा सीट से टिकल मिला है और बजरंग पूनिया को किसान कांग्रेस को वर्किंग चेयरमेन बनाया गया है.

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विनेश के राजनीति में आने से क्या होगा?

विनेश फोगाट का संभावित राजनीतिक प्रवेश हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है. उनके खाप पंचायतों और किसानों के साथ मजबूत रिश्ते उन्हें चुनाव में बड़ा समर्थन दिला सकते हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में विनेश फोगाट की भूमिका हरियाणा की सियासत में एक अहम मोड़ साबित हो सकती है. 

हरियाणा में कब होगा चुनाव?

हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होगा. वहीं, मतगणना 8 अक्टूबर को होगी. बता दें कि इससे पहले यह तारीख 1 और 4 अक्टूबर थी लेकिन चुनाव आयोग ने इसमें बदलाव कर दिया. आयोग ने इसके पीछे की वजह बताते हुए सफाई दी कि बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए यह फैसला लिया गया है. बिश्नोई समाज ने आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को कायम रखा है. ये उस दिन अपने गुरु जम्बेश्वर की स्मृति में उत्सव मनाते हैं. राजस्थान की नोखा तहसील में पिछले करीब 490 साल से तो यह मेला लगातार आयोजित होता रहा है.

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यह भी पढ़ें: हरियाणा में कितना नुकसान करेंगे विनेश-बजरंग? देखें BJP प्रवक्ता राजीव जेटली ने क्या कहा

बृजभूषण शरण सिंह ने साधा निशाना

विनेश और बजरंग के कांग्रेस में शामिल होने के बाद भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने उन पर निशाना साधा है. गोंडा के नंदनी नगर स्टेडियम में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट नायक नहीं, खलनायक हैं. ये लोग हरियाणा के और खिलाड़ियों के खलनायक हैं.

बृजभूषण ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र हुड्डा इसको भुनाना चाहते हैं. उन्होंने पूरे सिस्टम को हाईजैक कर लिया था. जो वजन यहां से छिपा कर गई थीं (विनेश), वही वजन वहां उनका काल बन गया. इन लोगों ने अगर आंदोलन न किया होता तो कम से कम पांच मेडल कुश्ती में आते. इन लोगों के हटने के बाद अगले ओलंपिक में 5 मेडल कुश्ती के आएंगे. मैं कुश्ती संघ से हट चुका हूं, लेकिन फिर भी आश्वासन देता हूं कि इन लोगों के हटने के बाद विशेषकर हरियाणा के बच्चे अगले ओलंपिक में कम से कम 5 गोल्ड मेडल लेकर आएंगे. 

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