नेतृत्व को लेकर लंबे वक्त से मंथन कर रही कांग्रेस पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक शुक्रवार को हुई. आंतरिक चुनावों का इंतजार कर रहे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को एक बार फिर निराशा हाथ लगी. क्योंकि बैठक में तय हुआ है कि कांग्रेस में आंतरिक चुनाव मई में कराए जाएंगे. यानी इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सोनिया गांधी की अगुवाई में ही लड़ाई लड़ेगी.
बीते साल अगस्त में जब कांग्रेस की ऐसी ही एक बैठक में अध्यक्ष पद को लेकर मंथन हुआ तब 6 महीने के लिए जिम्मेदारी फिर से सोनिया गांधी के कंधों पर डाल दी गई थी. राहुल गांधी ने लोकसभा के चुनाव के बाद पद छोड़ दिया था, ऐसे में पार्टी को फिर सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही उम्मीद दिखी. हालांकि, माना जा रहा था कि फरवरी में नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है.
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इस साल होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद ही कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिलेगा. ऐसे में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की उस उम्मीद को ठेस पहुंची है, जहां उन्हें ये लग रहा था कि वो एक नए नेतृत्व के साथ इन राज्यों में जीत के इरादे से उतरेगी.
ऐसे में एक बार फिर वही सवाल दोबारा खड़ा हो रहा है कि क्या राहुल गांधी अभी इस पद को अपनाने के लिए तैयार नहीं हैं. इससे पहले ही वर्किंग कमेटी की बैठक में भी ये मुद्दा उठा था, जब बागी नेताओं ने आंतरिक चुनाव की मांग रख दी थी.
हालांकि, कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि अगर तुरंत राहुल गांधी अध्यक्ष पद पर वापसी करते हैं, तो उनके सामने तुरंत ही सभी विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने का लक्ष्य होगा. ऐसे में अगर नतीजे कांग्रेस के पक्ष में नहीं जाते हैं, तो लोकसभा चुनाव की हार के बाद वापसी कर रहे राहुल का स्वागत कुछ सही अंदाज में नहीं होगा.
अब यही धर्मसंकट है कि एक बार फिर जिम्मेदारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास पहुंची है. सोनिया कई बार अध्यक्ष पद को ना अपनाने की बात कर चुकी हैं, लेकिन जब लोकसभा चुनाव के बाद राहुल ने पद पर ना बने रहने की ठानी तो सोनिया गांधी के पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था.
कांग्रेस पार्टी के सामने संकट फिर खड़ा हो रहा है कि वो गांधी परिवार से अलग नेतृत्व को नहीं देख रहा है. यहा कारण है कि आजकल पार्टी के आंतरिक गलियारों में हंसी-मजाक में यही चर्चा चलती है कि इसी रफ्तार से सब रहा तो हमें 2024 नहीं बल्कि 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटना चाहिए.