राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा जम्मू कश्मीर के बनिहाल में रोक दी गई. कांग्रेस का आरोप है कि यात्रा में सुरक्षा नहीं मिल रही है. इस वजह से यात्रा को रोकना पड़ा है. कांग्रेस ने कहा कि जब तक हमें सुरक्षा नहीं मिलती, यात्रा का आगे बढ़ना खतरे से खाली नहीं है.
राहुल गांधी ने बताया कि यात्रा के दौरान पुलिस व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी और भीड़ को संभालने वाले पुलिस वाले कहीं नजर नहीं आ रहे थे. यात्रा पर मेरे आगे चलने से मेरे सुरक्षाकर्मी बहुत असहज थे, इसलिए मुझे अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी. उन्होंने बताया कि मेरे लोगों ने मुझे यात्रा न करने की सलाह दी, इसलिए मैं यात्रा से निकल गया और अन्य यात्रियों ने पदयात्रा की.
जब तक सुरक्षा नहीं मिलेगी, यात्रा नहीं करेंगे- कांग्रेस
इससे पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में सुरक्षा में चूक हुई है. हमें सुरक्षा नहीं मिल रही है. ऐसे में हम राहुल गांधी को इस तरह से आगे नहीं जाने दे सकते. उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी जाना भी चाहते हैं, तब भी हम उन्हें आगे नहीं जाने देंगे. उन्होंने कहा कि सीनियर सुरक्षा अफसरों को यहां आना चाहिए. पिछले 15 मिनट में सुरक्षा में चूक हुई है. कांग्रेस ने कहा कि जब तक सुरक्षा नहीं मिलती, तब तक आगे नहीं बढ़ेंगे.
कश्मीर की वादियों से मोहब्बत का पैगाम...
— Congress (@INCIndia) January 27, 2023
ये मोहब्बत वाला हिंदुस्तान है- बंटेगा नहीं बल्कि जुड़ेगा।#BharatJodoYatra pic.twitter.com/woOsCEePwa
दरअसल, राहुल गांधी की यात्रा आज 9 बजे शुरू हुई थी. यात्रा रामबन से अनंतनाग जानी थी. लेकिन यात्रा को बनिहाल में ही रोक दिया गया है. कांग्रेस का कहना है कि जब तक सुरक्षा नहीं मिलेगी, यात्रा आगे नहीं जाएगी. इससे पहले बनिहाल में नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए.
National Conference leader Omar Abdullah joins Congress MP Rahul Gandhi during Bharat Jodo Yatra in Banihal, Jammu & Kashmir
— ANI (@ANI) January 27, 2023
(Source: Congress) pic.twitter.com/1oOCSmpzcA
देश की छवि के लिए यात्रा में शामिल हुआ- अब्दुल्ला
यात्रा में शामिल होने से पहले उन्होंने कहा कि वह यात्रा में इसलिए शामिल हुए क्योंकि उन्हें देश की छवि की ज्यादा चिंता थी. उन्होंने कहा, "हम किसी व्यक्ति की छवि के लिए नहीं बल्कि देश की छवि के लिए इसमें शामिल हुए हैं."
अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली जम्मू-कश्मीर की आवाज नहीं सुनता है. हमारी आवाज दबाई जाती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कश्मीरी पंडित परिवार से आते हैं. हम उनका स्वागत करते हैं. इसके बाद उन्होंने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराइए तो बीजेपी को पता चल जाएगा कि वह यहां पॉपुलर नहीं है. लोग उनके साथ नहीं हैं. बीजेपीवाले डरपोक और बुझदिल है