गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस ने आज बुधवार को केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस ने कहा कि यह खुफिया तंत्र की नाकामी है और अमित शाह को गृह मंत्री के पद से तत्काल हटा दिया जाना चाहिए.
कांग्रेस नेता और पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि यह खुफिया तंत्र की विफलता थी और अमित शाह को तत्काल उनके पद से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. पिछले एक साल में राजधानी दिल्ली में हिंसा की यह दूसरी घटना है. दिल्ली में किसान आंदोलन की आड़ में हुई सुनियोजित हिंसा और अराजकता के लिए सीधे-सीधे गृह मंत्री जिम्मेदार हैं. खुफिया इनपुट के बावजूद हिंसा को रोक पाने की नाकामी के चलते उन्हें एक पल भी पद पर बने रहने का हक नहीं है.
शाह को तत्काल बर्खास्त किए जाने की मांग करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते हैं, तो यह साबित होगा कि वह अमित शाह को संरक्षण दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उपद्रवियों को लाल किले में प्रवेश करने की अनुमति दी गई थी.
कानून व्यवस्था और खुफिया तंत्र की नाकामी के लिए गृहमंत्री अमित शाह बर्खास्त हों!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 27, 2021
उपद्रवियों की अगुवाई कर रहे अवांछित तत्वों पर मुकदमे दर्ज न कर किसान मोर्चा नेताओं पर मुकदमे दर्ज करने ने मोदी सरकार-उपद्रवियों की मिलीभगत व साजिश को बेनकाब किया।
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'आंदोलन को बदनाम करने की साजिश'
हिंसा के आरोपियों में से एक दीप सिद्धू के बारे में कांग्रेस ने कहा कि दीप भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं का करीबी था और वह कल लाल किले में मौजूद था.
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कांग्रेस ने कहा कि यह किसान संगठनों और उनके आंदोलन को बदनाम करने की साजिश थी. यदि वे उनकी योजना के बारे में अच्छी तरह से जानते थे, तो उन्हें लाल किले में प्रवेश करने की अनुमति क्यों दी गई?
सुरजेवाला ने गृह मंत्री अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि गृह मंत्री उपद्रवियों की जांच करने में पूरी तरह से नाकाम रहे. उपद्रवियों की अगुवाई कर रहे अवांछित तत्वों पर मुकदमे दर्ज न कर किसान मोर्चा नेताओं पर मुकदमे दर्ज करने ने मोदी सरकार और उपद्रवियों की मिलीभगत तथा साजिश को बेनकाब कर दिया है.