केरल के कोट्टायम जिले में एक गर्भवती 31 वर्षीय महिला की मौत की खबर ने टीकाकरण को लेकर नया विवाद खड़ा दिया है. कोट्टायम के एक निजी अस्पताल ने महिला की डेथ रिपोर्ट में लिखा है कि मौत की एक वजह टीकाकरण से संबंधित जटिलता भी हो सकती है.
महिमा मैथ्यू प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में थीं. उन्होंने वैक्सीन की पहली डोज 6 अगस्त को ली थी. 11 अगस्त से महिमा को बेचैनी और सिरदर्द महसूस हुआ. उनके परिवार ने अस्पताल प्रशासन से यही कहा है. 13 अगस्त को, महिमा ने लगातार सिरदर्द बने रहने पर कोट्टायम के मार स्लीवा मेडिसिटी पलाई हॉस्पिटल गईं और तब से लगातार अस्पताल के संपर्क में बनी रहीं.
15 अगस्त को अचानक महिला की तबीयत ज्यादा खराब हो गई. इसी दिन तेज सिर दर्द के चलते महिमा को अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने के बाद वे बेहोश हो गईं. इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.
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अस्पताल की रिपोर्ट में टीकाकरण मौत की एक वजह!
महिमा की तबीयत लगातार बिगड़ती रही और अस्पताल ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. अस्पताल प्रशासन ने परिवार से यह कहा कि महिला ब्रेन डेड हैं. 20 अगस्त को महिमा की अस्पताल में ही मौत हो गई. अस्पताल की ओर से जारी डेथ रिपोर्ट में लिखा गया है कि मौत की वजह 'सेरेब्रल वेनस थ्रॉम्बोसिस' और वैक्सीन से जुड़ी 'थ्रोम्बोसाइटोपेनिया' है. ऑटोप्सी जांच में यह बात सामने आई है.
परिवार ने राज्य के स्वास्थ्यमंत्री से की जांच की मांग
परिवार ने घटना को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से औपचारिक शिकायत की थी. उन्होंने शिकायत में यह भी जिक्र किया है कि वे अस्पताल में जारी इलाज से अंसतुष्ट हैं. उनकी मांग है कि इस केस की विस्तृत जांच की जाए. कोट्टायम जिला चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक इस मुद्दे को स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में लाया गया है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असल कारणों का पता चल पाएगा.
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