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ममता बनर्जी और अश्विनी वैष्णव के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस में टकराव! बंगाल CM के दावे पर रेल मंत्री ने तुरंत जताई आपत्ति

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और दो बार रेल मंत्री रहीं ममता बनर्जी ने शनिवार दोपहर ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद दुर्घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने उचित जांच की मांग की. उन्होंने कहा, यह इस सदी की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना है. सच्चाई सामने आनी चाहिए. उन्होंने हादसे में 500 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका जताई है. हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आंकड़े पर असहमति जताई है.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद दुर्घटनास्थल का दौरा किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस की. (फोटो- PTI)
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद दुर्घटनास्थल का दौरा किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस की. (फोटो- PTI)

ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद सियासत भी गरमा गई है. शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचीं. उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. ममता ने सबसे पहले बचाव कार्य के बारे में जानकारी ली. उसके बाद हादसे को लेकर बड़ी आशंका जताई. ममता ने 500 से ज्यादा मौतें होने की आशंका जताई. हालांकि, ममता के दावे पर तुरंत रेल मंत्री वैष्णव ने आपत्ति जताई और कहा, आधिकारिक आंकड़ा सामने है. मरने वालों की संख्या 238 की पुष्टि हुई है. देर शाम तक मरने वालों की संख्या 288 तक पहुंच गई है.

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दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे के बाद बचाव कार्य की जानकारी लेने के लिए मौके पर पहुंची थीं. दो बार रेल मंत्री रहीं ममता बनर्जी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की. ममता ने कहा, यह इस सदी की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना है और इसकी उचित जांच होनी चाहिए. इसके पीछे साजिश की आशंका है. सच्चाई सामने आनी चाहिए. 

'ट्रेन में नहीं लगा था टक्कर रोकने वाला सिस्टम'

ममता ने सवाल किया, टक्कर-रोधी सिस्टम काम क्यों नहीं करता है? उन्होंने कहा, कोरोमंडल एक्सप्रेस में टक्कर रोकने वाले सिस्टम नहीं लगा था. जब मैं रेल मंत्री थी, तब मैंने ट्रेनों में एक टक्कर रोधी सिस्टम लगाने की कवायद की थी. इस सिस्टम की वजह से एक ही ट्रैक पर चलने वाली ट्रेनें एक निश्चित दूरी पर रुक जाती थीं. अब, जब आप यहां हैं (अश्विनी वैष्णव की ओर मुड़ती हैं) तो मैं यह बताना चाहती हूं कि इस ट्रेन में कोई सिस्टम नहीं लगा था. इस तरह की तकनीक के कार्यान्वयन से इस घटना को टाला जा सकता था.

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'500 लोगों के मरने की आशंका, जांच होनी चाहिए'

ममता ने कहा, यह राजनीति करने का समय नहीं है. मैं यहां रेल मंत्री और सरकार के साथ खड़ी हूं. एक अच्छी जांच होनी चाहिए. इतने लोग कैसे मरे. सुना है 500 मरे हैं. हालांकि रेल मंत्री वैष्णव ने तुरंत आपत्ति जताई और कहा- अभी तक 238 लोगों की मौत की आधिकारिक रूप से पुष्टि हुई है.

'मैं रेलवे को सुझाव देने के लिए तैयार'

ममता ने कहा, अब रेल बजट नहीं आता है. रेलवे मेरे बच्चे की तरह है. मैं रेल परिवार की सदस्य हूं. मैं अपने सुझाव देने को तैयार हूं. अगर गंभीर घायलों का यहां इलाज नहीं हो पाता है तो मैं उन्हें कोलकाता ले जाने के लिए तैयार हूं.

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'बंगाल सरकार भी देगी मुआवजा'

ममता ने घोषणा की कि उनकी सरकार दुर्घटना में मारे गए पश्चिम बंगाल के यात्रियों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देगी. उन्होंने रेलवे और ओडिशा सरकार को अपनी सरकार की ओर से पूरी मदद की पेशकश भी की. उन्होंने कहा, हम घायलों की मदद के लिए पहले ही 70 एंबुलेंस, 40 डॉक्टर और नर्स भेज चुके हैं.

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'रेलवे और पीएम राहत कोष से भी दी जाएगी मदद'

बता दें कि रेलवे ने मृतकों के परिजन के लिए 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि की घोषणा की.

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बताते चलें कि ओडिशा ट्रेन हादसे को देश की चौथी सबसे बड़ी दुर्घटना मानी जा रही है. शुक्रवार को बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास तीन ट्रेनों की टक्कर में 238 लोगों की मौत हो गई है. 900 से अधिक घायल हुए हैं. रेल मंत्रालय ने जांच के आदेश दिए हैं.

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ये सियासत करने का वक्त नहीं: अश्विनी वैष्णव

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस्तीफे के सवाल पर कहा, ये समय राजनीति करने का नहीं है. अभी राहत पहुंचाने का वक्त है. हमारा सारा फोकस रेस्क्यू पर है. पूरी ताकत के साथ काम कर रहे हैं. मैं कहीं नहीं जा रहा हूं. यहीं हूं. बचाव कार्य बहुत तेजी से चल रहा है. पीएम ने दौरा किया है और जरूरी निर्देश दिए हैं. पीएम ने तेजी से काम करने के लिए हैं. घटना की जांच के बाद कदम उठाए जाएंगे. तेजी से जांच प्रक्रिया पूरी होगी. 15 से 20 दिन में जांच रिपोर्ट सब्मिट की जाएगी.
 

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