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संजय राउत की यहूदी समुदाय विरोधी टिप्पणी पर विवाद, इजरायली दूतावास ने विदेश मंत्रालय को भेजा वर्बल नोट

नई दिल्ली में स्थित इजरायली दूतावास ने यहूदी समुदाय के खिलाफ नरसंहार को उचित ठहराने वाली टिप्पणियों के लिए संजय राउत के खिलाफ विदेश मंत्रालय को कड़े शब्दों में एक वर्बल नोट और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र भेजा है.

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संजय राउत
संजय राउत

यहूदियों और हिटलर पर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत के ट्वीट के बाद हंगामा खड़ा हो गया है. नई दिल्ली में स्थित इजरायली दूतावास ने यहूदी समुदाय के खिलाफ नरसंहार को उचित ठहराने वाली टिप्पणियों के लिए संजय राउत के खिलाफ विदेश मंत्रालय को कड़े शब्दों में एक वर्बल नोट और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र भेजा है.

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बता दें कि संजय राउत ने एक ट्वीट किया था. इसमें लिखा गया था कि हिटलर यहूदी समुदाय से इतनी नफरत क्यों करता था. ये अब समझ आ रहा है. संजय राउत ने ये ट्वीट उस ट्वीट को टैग करते हुए किया था, जिसमें अल-शिफा अस्पताल में नवजात बच्चों की हालत को बयां किया गया था. 

संजय राउत के इस बयान पर इजरायली दूतावास ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. लिहाजा विदेश मंत्रालय को एक वॉइस नोट भेजा है. इसके साथ ही ओम बिरला को भी एक चिट्ठी भेजी गई है.

बता दें कि पिछले महीने की 7 अक्टूबर से इजरायल और हमास जंग लड़ रहे हैं. इसमें 11 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है. इजरायल की सेना ने गाजा पट्टी पर जमकर तबाही मचाई है. युद्ध के दौरान अल शिफा अस्पताल पर भी मिसाइलें दागी गई थीं. अस्पताल के हालातों को लेकर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. 

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इसमें कहा गया था कि अल-शिफा में बच्चों को जिस इन्क्यूबेटर में रखा गया था, उसकी बिजली इजरायल ने काट दी थी. साथ ही हथियारबंद सेना ने अस्पताल की चारों तरफ घेराबंदी की है. वहीं इजरायल की ओर से कहा गया था कि हमास के आतंकी अस्पताल की आड़ में हमले कर रहे हैं. इसके नीचे सुरंग बना रखी है. वहां हथियारों का जखीरा जमा किया गया है.

इसके अलावा गाजा पट्टी में इजरायली सेना ने जब घरों पर छापेमारी की, तो वहां बच्चों के बेड के नीचे से रॉकेट और घरों से मिसाइलें मिली थीं. इसके बाद इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने कई इलाकों में रेड की थी.

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