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देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले, स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को लिखी चिट्ठी

देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने सभी राज्यों को सतर्कता बरतने के लिए कहा है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • महाराष्ट्र और केरल में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले
  • स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को लिखी चिट्ठी

भारत में कोरोना के मामले फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. गुरुवार को देश में 7 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की ओर से देश के सभी राज्यों को पत्र लिखा है. पत्र में कोरोना के नियमों का पालन कराने और टेस्टिंग व ट्रेसिंग करने के लिए भी कहा है. गुरुवार को कोरोना के 7240 मामलों में से 81 फीसदी मामले सिर्फ चार राज्यों महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली और कर्नाटक में मिले थे.  

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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने लिखी चिट्ठी

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को लिखा कि पिछले 2 हफ्तों में COVID19 मामलों में तेजी देखी गई है. राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अपनी सुरक्षा कम नहीं करनी चाहिए और महामारी की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जो काम अब तक किए गए हैं उन्हें जारी रखना चाहिए. 

महाराष्ट्र में आज 2813 नए केस

महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना के 2813 नए केस मिले हैं. इनमें से 1702 मामले केवल मुंबई में ही मिले हैं. इसके साथ ही एक संक्रमित मरीज की मौत भी हुई है. मुंबई में 10 दिनों में कोरोना के मामलों में 5 गुना वृद्धि हुई है. इस दौरान 1047 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. इस समय राज्य में 11,571 एक्टिव केस हैं. राज्य में अब तक जितने कोरोना के टेस्ट किए गए हैं, उनमें से 9.73 फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए.

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महाराष्ट्र में मिले थे ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट्स

देश में कोरोना के नए मामलों में तेजी आने के पीछे ओमिक्रॉन (Omicron) के सब-वैरिएंट्स BA.4 और BA.5 को जिम्मेदार माना जा रहा है. महाराष्ट्र में 28 मई को BA.4 के चार और BA.5 के तीन मरीज सामने आए थे. 

दुनियाभर में इन वैरिएंट्स की वजह से तेजी 

दुनियाभर में BA.4 और BA.5 की वजह से मामलों में तेजी आ रही है. दक्षिण अफ्रीका में इन्हीं दो सब-वैरिएंट्स की वजह से कोरोना की पांचवी लहर आई थी, जो अब थोड़ी धीमी पड़ रही है. हालांकि, दोनों सब-वैरिएंट्स की गंभीरता कम है. यानी, इससे संक्रमित होने पर ज्यादातर मरीजों को गंभीर बीमारी नहीं हो रही है. फिर भी, ये दोनों सब-वैरिेएंट्स ओमिक्रॉन के पिछले सब-वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक माने जा रहे हैं. लिहाजा, इनकी वजह से देश में कोरोना की चौथी लहर का खतरा बढ़ गया है. 

 

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