चीन में कोरोना के मामले खतरनाक रफ्तार से बढ़ रहे हैं. चीन में बढ़ते कोरोना मामलों ने भारत को भी चिंता में डाल दिया है. चिंता उस BF.7 वैरिएंट को लेकर भी है जिसने चीन में कोरोना को विस्फोटक रूप दिया है. भारत में भी उस वैरिएंट के पांच केस सामने आ गए हैं.
एक्सपर्ट ने बताई राहत की बात
इस बीच कोविड-19 के हालात पर नजर रखने वाले देश के सबसे अग्रणी डाटा एक्सपर्ट आईआईटी कानपुर के प्रो मनिंद्र अग्रवाल देश में वायरस के बढ़ने की संभावना को लेकर राहत की बात कही है. मनिंद्र अग्रवाल की टीम ने ही सबसे पहले कोविड-19 के तीनों लहर और उसके पीक की गणना कर उसकी भविष्यवाणी की थी कि कब कोरोना का लहर आएगी और कितने लोग इससे प्रभावित होंगे, कब इसका पीक आएगा और कब कोरोना अपनी ढलान पर होगा.
चीन में नेचुरल इम्यूनिटी नहीं बन पाई
देश के तीनों कोरोना लहरों की भविष्यवाणी करने वाले मनिंद्र अग्रवाल ने इंडिया टुडे ग्रुप से खास बातचीत में बताया कि भारत और चीन के हालात बिल्कुल अलग हैं. चीन ने कभी भारत में आई दूसरी कोविड-19 के लहर को नहीं फेस किया है. इसकी वजह से वहां नेचुरल इम्यूनिटी नहीं बन पाई जबकि भारत में लगभग 98 फीसदी नेचुरल इम्युनिटी बन गई है. यही नहीं भारत में कोविड-19 को लेकर 3 स्तरीय सुरक्षा है. पहला नेचुरल या हेर्ड इम्युनिटी, दूसरा भारत की ताकतवर और दमदार वैक्सीन और तीसरा है वैक्सीन का बूस्टर डोज. मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक चीन इन तीनों में पिछड़ चुका है.
चीन में इस तरह कोरोना का सामना मुश्किल
मनिंद्र अग्रवाल मानते हैं कि कठोर लॉकडाउन के चलते चीन को यह स्थिति फेस करनी पड़ रही है और जब तक लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी नहीं बनेगी तब तक कोरोना का सामना नहीं किया जा सकता.
भारत में थोड़े बहुत मामले बढ़ सकते हैं लेकिन...
मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक भारत में थोड़े बहुत मामले बढ़ सकते हैं लेकिन कोई लहर नहीं आएगी रही बात बीएफ 7 वेरिएंट की तो भारत में जुलाई में ही यह वेरिएंट आ चुका है और इस वेरिएंट से कोई नुकसान अभी तक नहीं दिखा है. ऐसा लगता है कि भारत की वैक्सीन और नेचुरल इम्युनिटी दोनों में इसका मुकाबला करने की क्षमता है. ऐसे में देश में थोड़े मामले बढ़ जरूर सकते हैं लेकिन ना तो कोई लहर आएगी ना ही कोई पीक आएगा, इसलिए बहुत चिंता की बात नहीं है.
हालांकि, सरकारें कोविड प्रोटोकॉल लागू करेंगी जो एहतियातन जरूरी की है लेकिन भारत में चीन जैसे हालात की कोई संभावना नहीं है.