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चीन के शंघाई से भारत में केरल तक कैसे बढ़ रहा कोरोना का खतरा, चौथी लहर पर क्या कह रहे एक्सपर्ट?

कोरोना के खतरा अभी टला नहीं है. चीन से लेकर भारत में कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं, शंघाई में जहां लॉकडाउन की घोषणा की गई है. वहीं भारत के केरल में मिले 400 कोरोना केसों ने टेंशन बढ़ा दी है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोरोना के केस बढ़ने पर शंघाई में लगाया गया लॉकडाउन
  • 27 मार्च से शुरू की गई हैं इंटरनेशनल फ्लाइट्स

Covid Case: कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है. मार्च का महीना बीतने को है. बीते 2 साल के अनुभव इस बात की गवाही देने के लिए काफी हैं कि इन दिनों कैसे इस महामारी ने अपने पैर पसारे हैं और देखते ही देखते दुनियाभर में लाखों लोग मौत में मुंह में समा गए. इस बार भी खतरे की शुरुआत चीन से हुई है. बता दें कि चीन के शंघाई में बड़ी संख्या में कोविड केस निकल रहे हैं. इससे बचाव के लिए शंघाई के स्थानीय प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए वहां लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाना शुरू कर दिये हैं. अगर बात भारत की करें तो यहां भी कोविड संक्रमण के केस बढ़ने लगे हैं. मसलन, सबसे अधिक केस केरल में मिल रहे हैं. वहीं कोरोना की चौथी लहर को लेकर एक्सपर्ट ने भी चेतावनी जारी की है.

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मतलब साफ है कि चीन के शंघाई से भारत के केरल तक कोरोना संक्रमण का खतरा नजर आ रहा है. इसी बीच भारत की ओर से रविवार यानी 27 मार्च से इंटरनेशनल फ्लाइट्स की भी शुरुआत की गई है. इतना ही नहीं, कोविड के हालिया केसों को ध्यान में रखते हुए भविष्य के खतरे को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता. लेकिन इस बार जो नई गाइडलाइंस जारी हुई हैं उनमें Flights में 3 सीटों में से बीच वाली सीट को खाली रखने का प्रतिबंध हटा दिया गया है. ऐसे में मुश्किल बढ़ सकती है. भारत से बड़ी संख्या में लोग शंघाई आते-जाते हैं. ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही फिर से अतीत दोहरा सकती है. 

शंघाई में क्या पाबंदिया लगाईं?

पहले बात चीन के संदर्भ में की जाए तो शंघाई के स्थानीय प्रशासन ने हुआंगपु नदी के वेस्ट में डाउनटाउन क्षेत्र में 5 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है. साथ ही लोगों से अपील की गई है कि घरों में ही रहें. खाने-पीने की चीजों के लिए ऑनलाइन ऑर्डर करें. सरकारी आदेश में कहा गया है कि सभी आवश्यक ऑफिसेज को छोड़कर अन्य दफ्तर बंद रहेंगे.

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कोविड की रोकथाम के लिए ये फैसले लिए

कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को हालात सामान्य होने तक बंद करने का फैसला लिया गया है. जगह-जगह बूथ बनाए गए हैं, जिन पर कोविड की जांच की जा रही है. हालांकि लॉकडाउन से शंघाई की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ रहा है. क्योंकि कोरोना की वजह से शंघाई का डिज़्नी थीम पार्क पहले से ही बंद है.

केरल में कितने केसों ने चिंता में डाला?

केरल में बीते दिन रविवार को कोरोना के 400 नए मरीज मिले. यहां अचानक से कोविड के केसों में इजाफा हुआ है. तटीय प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. वहीं देशभर में शनिवार को कोरोना के 1421 मामले मिले थे. जबकि 149 लोगों की मौत हो गई थी. देशभर में कोरोना के एक्टिव मामलों की बात करें तो ये 16,187 हैं.

इंटरनेशनल फ्लाइट न बढ़ा दें संकट!

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने रविवार से भारत ने नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू कर दिया है. भारत ने 23 मार्च 2020 से COVID महामारी के कारण सभी तरह की नियमित हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था. बाद में घरेलू उड़ानों पर से प्रतिबंध हटा लिया गया, अब सरकार ने सभी तरह की अंतरराष्ट्रीय उड़ानें को फिर से शुरू कर दिया है. बता दें कि चीन से भारत आने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा रहती है. साथ ही यहां से भी कई लोग वहां जाते हैं. ऐसे में लापरवाही संकट खड़ा सकती है. 

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नया वैरिएंट बढ़ाएगा चौथी लहर का खतरा?

हाल ही में जानकारी सामने आई है कि कोरोना का एक ओर नया वैरिएंट सामने आया है, जो चौथी लहर (COVID-19 4th wave) का कारण बन सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट के बारे में कहा कि ओमिक्रॉन और डेल्टा दोनों के तेजी से फैलने के कारण ये स्थिति आनी ही थी.

क्या है एक्सपर्ट्स का कहना?

दुनियाभर में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. हालांकि भारत में कोरोना की तीसरी लहर लगभग खत्म हो गई है. लेकिन दुनियाभर में बढ़ रहे केसों के चलते चौथी लहर की आशंका बढ़ती जा रही है. वायरोलॉजिस्ट डॉ. टी जैकब जॉन का कहना है कि भारत में चौथी लहर नहीं आएगी. वायरोलॉजिस्ट ने कहा कि अगर कोरोना का कोई नया वैरिएंट नहीं आता है तो भारत में चौथी लहर नहीं आएगी.

 

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