कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से अस्पतालों पर खासा लोड बढ़ गया है और ज्यादातर अस्पतालों में मरीजों की भर्ती के लिए बेड खाली नहीं बचे हैं. ऐसे में मरीजों के इलाज के लिए बड़ी संख्या में बेड तैयार किए जा रहे हैं. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) इस संबंध में खासा योगदान कर रहा है. वह 5 शहरों में 3,500 से ज्यादा बेड तैयार कर रहा है.
डीआरडीओ ने कोरोना मरीजों के लिए 250 बेड की क्षमता वाले कोरोना अस्पताल की तत्काल व्यवस्था की है, जबकि इसे बढ़ाकर यह संख्या 500 तक पहुंचा दी जाएगी. डीआरडीओ की ओर से तैयार किए गए 250 बेड मरीजों के लिए खोल दिए गए हैं.
सिर्फ दिल्ली ही नहीं डीआरडीओ ऐसे ही कई अन्य शहरों में भी कोरोना मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था शुरू कर रहा है. कुछ जगहों पर मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. इसी तरह बिहार की राजधानी पटना में भी डीआरडीओ ने 500 बेड की व्यवस्था की है.
लखनऊ और वाराणसी में भी तैयारी
पटना के अलावा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी डीआरडीओ 750 बेड की व्यवस्था कर रहा है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इनमें से 300 बेड वाले कोविड हॉस्पिटल को लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में खोल दिया गया है.
डीआरडीओ लखनऊ में अवध शिल्पग्राम के अलावा 500 बेड वाले कोविड अस्पतालों को 2 अन्य जगहों पर भी तैयार कर रहा है. लखनऊ के अलावा वाराणसी में भी डीआरडीओ 900 बेड वाले अस्पताल बनाने की तैयारी कर रहा है. डीआरडीओ गुजरात के अहमदाबाद में भी 900 बेड की क्षमता वाले कोरोना अस्पताल बना रहा है.
इसके अलावा डीआरडीओ ने कोरोना के हालातों को देखते हुए SpO2 (Blood Oxygen Saturation) पूरक ऑक्सीजन वितरण प्रणाली तैयार की है. दावा किया जा रहा है कि इसका उपयोग अत्यधिक ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात सैनिकों के लिए भी किया जा सकता है. साथ ही कोरोना मरीजों के लिए भी यह काफी मददगार साबित होगी.
साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के सभी जिलों के अस्पतालों में कोविड-19 बेड बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. राज्य सरकार की तरफ दी गई जानकरी के अनुसार, सभी जिलों को निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक जगह 200-200 बेड का विस्तार किया जाए.