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कोरोना वायरस महामारी के बीच गुरुवार को हेल्थ मिनिस्ट्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि देश में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. महाराष्ट्र, केरल और पंजाब आदि राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र में अब एक लाख से अधिक एक्टिव केस हो चुके हैं. मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा टिपिंग पॉइंट पर हैं. हालांकि, देश में डेथ रेट कम हुआ है और रिकवरी रेट बढ़ा है.
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, एक्टिव केसों के मामलों में टॉप 10 जिलों में से पुणे, नागपुर, ठाणे, मुंबई, बेंगलुरु, एर्नाकुलम, अमरावती, जलगांव, नासिक और औरंगाबाद शामिल हैं. वहीं केरल में एक्टिव केसों की संख्या में कमी आई है. यूपी और पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के केस कम मिल रहे हैं. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र और पंजाब में हैं.
इसके अलावा देश में रोजाना कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या में भी कमी आई है. जहां 22 जनवरी तक रोजाना 160 लोगों की मौत हो रही थी, वहीं अब 11 मार्च तक 108 लोगों की जान जा रही है. हालांकि, अभी भी कोरोना से जान गंवाने वालों की ये संख्या चिंताजनक है.
कोरोना महामारी के बीच देश में वैक्सिनेशन का काम भी जारी है. अब तक 2.43 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया गया. जिसमें सरकारी अस्पतालों का 71% और निजी अस्पतालों का 28.77% योगदान है. वहीं, हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि कोवैक्सीन वैक्सीन अब रेगुलर आपातकालीन उपयोग में लाई जाएगी. साथ ही वैक्सीन की कीमत को फिर से निर्धारित किया गया है. मौजूद कीमत 200 रुपये प्रति खुराक से कम है.
उधर, महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए नागपुर में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है. शहर में 15 से 21 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन रहेगा, यानी किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं रहेगी, सिर्फ जरूरी सामानों की दुकानें खुली रहेंगी.
वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक, जर्मनी में 10 मार्च को 12246 नए कोरोना मरीज मिले. वहीं ब्रिटेन में करीब 6000 मामले सामने आए, लेकिन इन सबसे ज्यादा अकेले महाराष्ट्र में 10 मार्च को कोरोना के 13,659 नए मामले सामने आए. वहीं, पूरे देश में कोरोना के एक्टिव केस 190295 हैं, जबकि महाराष्ट्र में अकेले 100240 मरीज अभी हैं.