देश भर में कोरोना की रफ्तार एक ओर थमती नजर आ रही थी, वहीं अचानक महाराष्ट्र और केरल के रोजाना के मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. बढ़ते पॉजिटिविटी रेट और एक्टिव केसेस सरकार के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. अचानक बढ़ते मामलों के चलते गृह मंत्रालय भी काफी चिंतित है. ऐसे में मंत्रालय के अजय भल्ला ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की सरकार को इस संबंध में पत्र लिखा है.
गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों को लिखे पत्र में प्रशासन से उन जिलों, इलाकों के लिए प्रो एक्टिव कंटेनमेंट के लिए कदम उठाने को कहा है जहां हाई पॉजिटिविटी है. उन्होंने लोकलाइज्ड अप्रोच को जरूरी बताया और कहा कि संक्रमण में उछाल के संकेत की पहचान कर उसे नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाना होगा. गृह सचिव ने त्योहारी सीजन को देखते हुए भीड़ से बचने के लिए उपयुक्त उपाय करने की भी सलाह दी है.
गृह सचिव ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की सरकार से यह भी कहा है कि बड़ी भीड़ को रोकने के लिए जरूरी हो तो लोकल लेवल पर सख्ती बरतें. उन्होंने ये भी कहा है कि हमें कोरोना के प्रभावी प्रबंधन के लिए टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीकाकरण और कोरोना उपयुक्त व्यवहार का पालन करना चाहिए. कोरोना नियंत्रण के लिए कोरोना उपयुक्त व्यवहार को लागू किया जाना जरूरी है.
वहीं, विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए केरल सरकार पर निशाना साधा है. मुरलीधरन ने कहा है कि केरल में कोरोना से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और सरकार जनता को दोषी ठहराने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि केरल में होम क्वारंटीन विफल रहा और कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग भी बेहद कम थी. केरल सरकार को सुधार के सिए कदम उठाने चाहिए.