कोरोना वायरस की महामारी के बीच दुनिया के कई देश इसकी वैक्सीन पर काम कर रहे हैं. रूस ने दुनिया की सबसे पहली वैक्सीन बनाने का दावा कर दिया है. वहीं, भारत और अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों की वैक्सीन अभी क्लीनिकल ट्रायल के दौर में है. वैक्सीन को लेकर लगाई जा रहीं अटकलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है.
डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो भारत इस साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन हासिल कर लेगा. उन्होंने ट्वीट कर यह बात कही. अपने ट्वीट में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन कब तक आएगी, इस सवाल के जवाब में हमने ये कहा है. गौरतलब है कि दुनियाभर में करीब 170 वैक्सीन पर काम चल रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया की कम से कम 30 वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल के अंतिम फेज में हैं.
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इनमें भारत की भारत बायोटेक की वैक्सीन भी शामिल है, जिसका ह्यूमन ट्रायल अंतिम फेज में है. भारत की दो कंपनियों की वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है. इनमें भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और जाइडस की वैक्सीन है. इसके अलावा ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन कोविशील्ड का भी भारत में ह्यूमन ट्रायल चल रहा है.
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रूस ने भी अपनी वैक्सीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए भारत से साझेदारी की मंशा जताई है. बता दें भारत बायोटेक और जाइडस की वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के नतीजे साल के अंत तक आ जाने की उम्मीद जताई जा रही है. नतीजे आने के बाद वैक्सीन के उपलब्ध होने में एक महीने का समय लग सकता है.