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कोलकाता कांडः आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज

पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर अनियमितता, अवैध कमीशन लेने और नियुक्तियों में हेरफेर के आरोप लगे हैं.आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से जांच एजेंसी लगातार पूछताछ कर रही है. सोमवार को सीबीआई ने डॉ. घोष से 13 घंटे तक पूछताछ की थी.

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आरजी कर अस्पताल का पूर्व प्रिंसिपल संदीप की मुश्किलें बढ़ीं.
आरजी कर अस्पताल का पूर्व प्रिंसिपल संदीप की मुश्किलें बढ़ीं.

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी मामले में सवालों के घेरे में आए कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष की मुसीबतें कम होती नहीं दिख रही हैं. सीबीआई उनसे लगातार पूछताछ कर रही है. इसी बीच कोलकाता पुलिस ने संदीप घोष के खिलाफ ताला थाने में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है. पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ विशेष सचिव देबल कुमार घोष ने एक लिखित शिकायत के जरिए संदीप घोष के खिलाफ यह केस दर्ज कराया है.

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अब तक 53 घंटे हुई पूछताछ

जानकारी के अनुसार, पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर अनियमितता, अवैध कमीशन लेने और नियुक्तियों में हेरफेर के आरोप लगे हैं.आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से जांच एजेंसी लगातार पूछताछ कर रही है. सोमवार को सीबीआई ने डॉ. घोष से 13 घंटे तक पूछताछ की थी. मंगलवार यानी पांचवें दिन फिर CBI की टीम संदीप घोष से पूछताछ कर सकती है. पिछले 4 दिनों में संदीप घोष से 53 घंटे की पूछताछ हो चुकी है. सीबीआई की जांच में संदीप घोष को अहम कड़ी माना जा रहा है. इस पूरे घटनाक्रम में अस्पताल की भूमिका और अस्पताल से जुड़े तमाम किरदार पर सवाल-जवाब किए जा रहे हैं.

अस्पताल की वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए SIT

पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए आईपीएस डॉक्टर प्रणव कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है. पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष के खिलाफ आरोप सामने आने के बाद इसका गठन किया गया है.

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पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा गठित टीम का नेतृत्व आईपीएस अधिकारी और पुलिस महानिरीक्षक डॉक्टर प्रणव कुमार करेंगे. टीम में मुर्शिदाबाद रेंज के डीआईजी वकार रजा, सीआईडी ​​के डीआईजी सोमा दास मित्रा और कोलकाता पुलिस की डीसीपी इंदिरा मुखर्जी जैसे सदस्य भी शामिल होंगे. इस टीम को संस्था के भीतर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए जांच का काम सौंपा गया है.

संदीप घोष का भी हो सकता है पॉलीग्राफी टेस्ट

संदीप घोष के खिलाफ सीबीआई भी जांच कर रही है और एजेंसी उनका भी पॉलीग्राफी टेस्ट कराना चाहती है. मसलन, पीड़िता के परिवार और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष के बयान में विसंगतियां पाई गई हैं. अलग-अलग बयानों की वजह से कहा जा रहा है कि सीबीआई उनका पॉलीग्राफी टेस्ट करा सकती है. हालांकि, कोर्ट से उनके पॉलीग्राफी का अप्रूवल फिलहाल नहीं मिला है.

यह भी पढ़ें: लेट, लापरवाही और कवरअप... कोलकाता कांड पर CJI ने ममता सरकार, पुलिस और अस्पताल पर क्या उठाए सवाल

कौन है संदीप घोष

संदीप घोष आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल हैं. कोलकाता का ये वही अस्पताल है जहां काम करने वाली ट्रेनी डॉक्टर के साथ हैवानियत को अंजाम दिया गया. कोलकाता से लगभग 80 किमी दूर स्थिति बनगांव में जन्मे और पले-बढ़े डॉ. घोष ने अपनी पढ़ाई 1989 में बनगांव हाई स्कूल से पूरी की. बाद में उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज से मेडिकल की शिक्षा हासिल की और 1994 में ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की. शुरुआती शिक्षा और व्यावसायिक यात्रा काफी अच्छी रही. हालांकि डॉ. घोष का बाद का करियर विवादों से भरा हुआ है.

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घोष के खिलाफ राज्य स्वास्थ्य विभाग को कई शिकायतें भेजी जा चुकी हैं. एक जांच भी बिठाई गई थी. नतीजा यह हुआ कि दो बार घोष का ट्रांसफर हुआ और दोनों बार वह ट्रांसफर ऑर्डर को पलटवाने में कामयाब रहा. संदीप घोष पर पोस्टमार्टम के लिए रखी गई लाशों के गैर-कानूनी इस्तेमाल जैसे गंभीर मामले शामिल हैं. कई बार कॉलेज के स्टाफ ने स्वास्थ्य विभाग को इसे लेकर पत्र लिखा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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