कवि कुमार विश्वास की वीआईपी सुरक्षा यूनिट में तैनात सीआरपीएफ कमांडो और जवानों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. सीआरपीएफ ने यह एक्शन दो दिन पहले रोडरेज की घटना के बाद लिया है. सुरक्षाबल एजेंसी ने दूसरे कमांडो बैच की तैनाती की है.
मामला यूपी के गाजियाबाद का है. यह घटना 8 नवंबर को उस समय हुई थी, जब कुमार विश्वास गाजियाबाद से अलीगढ़ में एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. एक डॉक्टर ने आरोप लगाया था कि कुछ सशस्त्र कर्मियों ने उसके साथ मारपीट की है. वहीं, कुमार विश्वास की टीम की तरफ से भी थाने में शिकायत की गई थी कि उनके काफिले में एक कार घुस गई और उनके वाहनों को टक्कर मारने की कोशिश की गई. सुरक्षाबलों ने विरोध किया तो कार चालक ने हमला कर दिया. हालांकि, शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने कहा था कि हमले के आरोप साबित नहीं हुए हैं.
'सुरक्षा के लिए अन्य कमांडो बैच ने ली जगह'
अब रोडरेज की घटना के बाद कुमार विश्वास की वीआईपी सुरक्षा में तैनात तीन सीआरपीएफ जवानों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उनकी जगह कमांडो की एक अन्य टीम ने ले ली है. सूत्रों ने बताया कि इन कर्मियों को कथित रोड रेज घटना की जांच तक हटा दिया गया है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सीआरपीएफ महानिदेशक एसएल थाओसेन ने घटना की समीक्षा के बाद कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है. उन्होंने कहा, प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि कमांडो द्वारा संभवत: स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसीजर्स का पालन नहीं किया गया है.
'शुरुआती बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार'
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद घटना के सही तथ्य सामने जाएंगे. सीआरपीएफ ने घटना के बारे में रिकॉर्ड किए गए कुछ वीडियो और कथित पीड़ित और इसमें शामिल सुरक्षाकर्मियों द्वारा दिए गए शुरुआती बयानों के आधार पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है. इसे कार्रवाई के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और कुमार विश्वास के साथ भी साझा किया जाएगा.
'कथित पीड़ित डॉक्टर ने भी लगाए थे आरोप'
बुधवार को कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों की ओर से एक पुलिस शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके वाहन को एक शख्स ने कार से टक्कर मार दी. उसने कुमार के काफिले में चल रहे सीआरपीएफ और पुलिस कर्मियों पर भी 'हमला' किया. बाद में कथित पीड़ित डॉ. पल्लव बाजपेयी ने गाजियाबाद के इंदिरापुरम पुलिस से शिकायत की. वाजपेयी ने आरोप लगाया कि उनके वाहन को टक्कर मारी गई है और कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों ने उन पर हमला किया.
'कुमार विश्वास ने मांगी थी माफी'
वहीं, कुमार विश्वास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है. उस व्यक्ति के खिलाफ पुलिस शिकायत उनकी सुरक्षा टीम की तरफ से दर्ज कराई गई है. उन्होंने कहा, हालांकि वो डॉक्टर के लिए परेशानी का कारण नहीं थे. फिर भी वह उनसे माफी मांगेंगे.
बताते चलें कि सीआरपीएफ वीआईपी सुरक्षा विंग केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत 170 से ज्यादा लोगों को सुरक्षा प्रदान करती है. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम भी सुरक्षा कवर में शामिल है.
कुमार को इसलिए दिया गया सुरक्षा कवर?
बताते चलें कि पिछले साल कुमार विश्वास ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को एक बयान दिया था. उन्होंने दिल्ली के सीएम पर खालिस्तान समर्थकों का समर्थन करने का दावा किया था. इस बयान के बाद केंद्र ने कुमार विश्वास को वीआईपी सुरक्षा देने का फैसला लिया था. कुमार की सुरक्षा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक छोटा विंग 'वाई' श्रेणी का सशस्त्र कवर रहता है. हालांकि, केजरीवाल ने कुमार के आरोपों को खारिज कर दिया था.