मणिपुर में तीन महीने से जारी हिंसा और तनाव में अभी बिल्कुल कमी नहीं आई है, हालांकि सरकार का प्रयास का है कि राज्य की स्थिति में सामान्य हालात बहाल किए जाएं. इसे देखते हुए मणिपुर की राजधानी इंफाल के दोनों क्षेत्रों इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व में कर्फ्यू में छूट दी गई है. जिला प्रशासन की ओर से इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व दोनों के लिए कर्फ्यू में छूट दी गई है. 7 अगस्त को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक दोनों इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी जाएगी.
लोगों को दी गई सात घंटे की छूट
जानकारी के मुताबिक, मणिपुर की राजधानी इंफाल में जिला प्रशासन ने आम जनता को आवश्यक सामान खरीदने की सुविधा प्रदान करने के लिए सोमवार को कर्फ्यू में एक बार फिर से ढील देने का फैसला किया है. जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि, 'आम जनता को दवा और खाद्य पदार्थों सहित रोजमर्रा और आम दिनचर्या के सामान खरीदने की सुविधा दिए जाने के लिए इंफाल पश्चिम जिले के सभी क्षेत्रों में 7 अगस्त को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. ऐसी ही छूट इंफाल पूर्व के लिए भी दी गई है.
रविवार को फिर सामने आई थी हिंसा
बता दें कि मणिपुर में अभी भी हालात में सुधार नहीं है. यहां रविवार सुबह सामने आई जानकारी में सामने आया कि यहां एक बार फिर से हिंसा की घटना सामने आई थी. इम्फाल पश्चिम जिले में भीड़ ने 15 घरों में आग लगा दी और जमकर उत्पात मचाया था. हिंसा के दौरान एक 45 वर्षीय व्यक्ति को गोली मार दी गई थी. उसकी जांघ पर गोली लगी थी. उसे तुरंत क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया. फिलहाल, युवक की हालत से खतरे से बाहर है. यह घटना शनिवार शाम लैंगोल खेल गांव में हुई है. सूचना मिलने पर सुरक्षाबल के जवान पहुंचे और भीड़ को हालात पर काबू पाने के लिए मोर्चा संभाला. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे. रविवार सुबह स्थिति में सुधार हुआ था, जिसके बाद इलाके में प्रतिबंध लगा दिया गया था.
सीएम एन बीरेन सिंह को झटका, कुकी पीपुल्स अलायंस ने वापस लिया समर्थन
मणिपुर में सीएम एन बीरेन सिंह की सरकार को बड़ा झटका लगा है. एनडीए सहयोगी कुकी पीपुल्स अलायंस ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. रविवार शाम को पार्टी ने ये फैसला लेकर इसकी घोषणा कर दी है. मणिपुर में बीते मई महीने से तनाव जारी है. राज्य में जारी हिंसा और तीन महीने बाद भी हालात सामान्य न होने के बीच पार्टी ने ये फैसला किया है. राज्य सरकार में कुकी पीपुल्स अलायंस के दो विधायक थे. केपीए के जिन दो विधायक ने बीरेन सरकार से समर्थन वापस लिया है, उनमें, किम्नेओ हैंगशिंग (सैकुल) और चिनलुन्थांग (सिंगाट) शामिल हैं.