ओडिशा पुलिस (Odisha Police) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली से वंदना बावा नाम की महिला साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. इस महिला पर आरोप है कि उसने 87 लाख रुपये की ठगी की है. पुलिस का कहना है कि भुवनेश्वर में एक कंपनी कर्मचारी की शिकायत के आधार पर ये कार्रवाई की गई है.
एजेंसी के अनुसार, पीड़ित को पहले ‘101 स्टॉक डिस्कशन ग्रुप’ नाम वाले वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था. इस ग्रुप में लोगों को स्टॉक ट्रेडिंग टिप्स, आईपीओ गाइडेंस और इनवेस्टमेंट का झांसा दिया जाता था. ठगों की बातों में आकर लोग भरोसा कर लेते थे. इसी बीच पीड़ित के पास दो वेब लिंक पर रजिस्टर करने को कहा गया.
जब पीड़ित ने रजिस्टर कर लिया तो इनवेस्टमेंट के नाम पर उसे अलग-अलग बैंक खातों में 87 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया. कई दिनों तक पैसे भेजने के बाद जब कोई रिटर्न नहीं मिला, तो उसे एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गया है.
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इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. ओडिशा पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने एएसपी रितेश कुमार महापात्रा के नेतृत्व में दिल्ली में छापा मारा और वंदना बावा नाम की महिला को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक मोबाइल, दो सिम, आधार कार्ड और पैन कार्ड जब्त किए हैं.
देशभर में फैला है ठगी का जाल
इस मामले की जांच में पता चला है कि वंदना बावा पहले भी केरल और गुजरात में दो अन्य साइबर अपराधों में शामिल रह चुकी है. पुलिस ने ठगों के कई बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है और अब तक 10 लाख रुपये रिकवर कर शिकायतकर्ता को वापस किए जा चुके हैं.
अधिकारियों का कहना है कि वंदना बावा को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली से ओडिशा लाया जाएगा और मामले की तह तक जाने के लिए उसके अन्य साथियों और पूरे ठगी नेटवर्क की जांच की जाएगी. ओडिशा पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस फ्रॉड गैंग के अन्य सदस्यों को भी बेनकाब किया जाएगा.