
पूर्व मध्य अरब सागर में आने वाले चक्रवाती तूफान Biparjoy के मद्देनजर गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में भारतीय रेलवे अलर्ट मोड पर है. मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, यह चक्रवाती तूफान 14 जून को सौराष्ट्र और कच्छ के इलाकों में पहुंचेगा. इस चक्रवाती तूफान के मद्देनजर भारतीय रेलवे काफी एहतियात बरत रहा है. रेलवे ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है. तूफान के चलते SCR PR नंबर 150 पर 18 ट्रेनें रद्द कर दी गई है. वहीं, कुछ ट्रेनों को आंशिक रूप से भी रद्द की गई हैं.
Biparjoy से निपटने के लिए रेलवे की तैयारी
>जोनल रेलवे मुख्यालयों में आपदा प्रबंधन कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है.
>भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद और गांधीधाम में मंडल मुख्यालयों पर आपातकालीन नियंत्रण कक्षों का संचालन किया जा रहा है.
>कई स्थानों पर हवा की गति की नियमित निगरानी और 50 किमी प्रति घंटे से अधिक हवा की स्पीड होने पर ट्रेनों को नियंत्रित करने या रोकने के निर्देश जारी किये गए है.
> इसके साथ ही स्टेशनों पर एनीमोमीटर लगाए गए हैं और हर घंटे के आधार पर हवा की गति की रीडिंग ली जा रही है.
>mausam.imd.gov.in वेबसाइट पर चक्रवात से संबंधित जानकारी की लगातार निगरानी की जा रही है.
>आपातकालीन निकासी के लिए पर्याप्त डीजल लोकोमोटिव और कोचिंग रेक की उपलब्धता सुनिश्चित क़ी गई है.
>डबल स्टैक कंटेनरों के लदान पर रोक और उनकी आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
> किसी भी आपात स्थिति के लिए राहत ट्रेन चलाने की तैयारी भी कर ली गई है.
>चक्रवात की स्थिति में सुरक्षा प्रोटोकॉल के संबंध में लोको पायलट और सहायक लोको पायलट की काउंसलिंग की जा रही है.
>चालक दल के आराम के लिए बनाए गए विभिन्न रनिंग रूम में भोजन, चिकित्सा और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं.
> ट्रेनों में आसानी से हवा के गुजरने के लिए कोचों के दरवाजे और खिड़कियां खुली रखने के निर्देश जारी किये गए है.
>गहन निगरानी के लिए फुटप्लेट का गहन निरीक्षण किया गया है.
मुंबई मे येलो अलर्ट
चक्रवात बिपरजॉय का असर मुंबई में नजर आने लगा है. समुद्र में उठ रहीं ऊंची-ऊंची लहरें डरा रही हैं. वहीं, तेज रफ्तार में हवाएं चल रही हैं. इसी को देखते हुए ठाणे और मुंबई में येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है. मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, चक्रवात फिलहाल मुंबई से करीब 500-600 किलोमीटर दूर अरब सागर में है. हालांकि, मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवात का मुंबई पर कोई सीधा प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा.
150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवा
मौसम विभाग की मानें तो Cyclone Biparjoy की 14 जून की सुबह तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके बाद ये उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ेगा और सौराष्ट्र और कच्छ को पार कर 15 जून की दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को पार करेगा. इस दौरान हवा की रफ्तार 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटा से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती हैं.
NDRF की 7 टीमें तैनात
कच्छ के मांडवी और कराची के बीच टकराने वाले चक्रवात बिपोरजोय को लेकर NDRF की 7 टीमें सौराष्ट्र और कच्छ के इलाक़े में तैनात कर दी गई हैं. एसडीएफ़ की भी टीम को भी तैनात किया गया. मौसम विभाग की मानें तो इस चक्रवात से पोरबंदर, द्वारिका, जामनगर , कच्छ, मोरबी सब से ज़्यादा प्रभावित होने वाले जिले हैं.
वहीं, लो लाइन इलाक़े,समुद्र किनारे पर रहने वाले लोगों का स्थानांतर आज से शुरु किया जाएगा. पुरे कोस्टल इलाक़े में 10 हज़ारे से ज़्यादा लोगों को स्थानांतर करवाया जाएगा. गुजरात सरकार के अलग-अलग मंत्री को अलग-अलग जिले की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है. मंत्री ऋषिकेश पटेल और प्रफुल्ल पानसुरीया को कच्छ, हर्ष संधवी को द्वारिका, मुलु बेरा को जामनगर की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है.