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Cyclone Biparjoy Update: कहीं ऊंची लहरें तो कहीं तेज हवाएं, शुरू हुआ चक्रवात बिपरजॉय का असर, मैप में देखें ताजा लोकेशन

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर अब नजर आने लगा है. मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम मध्य अरब सागर के पूर्वमध्य और आसपास के इलाकों में 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है.

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Cyclone Biparjoy Update (Photo-IMD)
Cyclone Biparjoy Update (Photo-IMD)

अरब सागर के पानी में आगे बढ़ रहा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के अगले कुछ घंटों में तेज होने की उम्मीद है. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के अगले चौबीस घंटों में यानी 11 जून की सुबह तक और तेज हो सकता है और यह उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ेगा. आईएमडी ने एक ट्वीट में कहा, "9 जून को रात साढ़े 11 बजे पूर्व-मध्य अरब सागर पर बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान पहुंच गया है. अगले 24 घंटों के दौरान और तेज होते हुए ये उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ सकता है."

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आईएमडी के मुताबिक, चक्रवाती तूफान पिछले 6 घंटों में  पूर्व मध्य अरब सागर में 11 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर की ओर चला और आज, 10 जून, 2023 को रात ढाई बजे ये अक्षांश 16.3°N और देशांतर 67.4°E के निकट समान क्षेत्र पर केंद्रित था, जो गोवा से लगभग 690 किमी पश्चिम में, पश्चिम-दक्षिण पश्चिम मुंबई से 640 किमी, पोरबंदर से 640 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और दक्षिण कराची से 950 किमी की दूरी पर स्थित था.

 
इन इलाकों में चल रहीं तेज हवाएं
 
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर अब नजर आने लगा है. मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम मध्य अरब सागर के पूर्वमध्य और आसपास के इलाकों में 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है. इसके 140-150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर शाम तक 165 तक पहुंचने की संभावना है. वहीं, पूर्वोत्तर अरब सागर के निकटवर्ती क्षेत्रों में 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाएं बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं. 
 
गुजरात के तीथल बीच पर उठ रहीं ऊंची लहरें

चक्रवात बिपरजोय का गुजरात में भी असर नजर आने लगा है. गुजरात में अरब सागर तट पर वलसाड में तीथल बीच पर ऊंची लहरें देखी गई हैं. एहतियात के तौर पर तीथल बीच को 14 जून तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है और पोरबंदर, गिर-सोमनाथ और वलसाड में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं. वलसाड के तहसीलदार टीसी पटेल ने कहा,  हमने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने को कहा और वे सभी वापस आ गए हैं. जरूरत पड़ने पर लोगों को समुद्र किनारे गांव में शिफ्ट किया जाएगा. उनके लिए आश्रय स्थल बनाए गए हैं.

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इसके अलावा केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के तट से मघुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. बता दें कि शुक्रवार को केरल के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, कोझिकोड और कन्नूर में येलो अलर्ट जारी किया गया.

 

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