एक और जहां देश मॉनसून के इंतजार में है, वहीं दूसरी तरफ अरबी समुद्र में बना डीप-डिप्रेशन अब चक्रवात में तब्दील हो चुका है. गुजरात पर इस चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है, इसे Biporjoy नाम दिया गया है. आज, 07 जून को सुबह साढ़े पांच बजे पूर्व मध्य और आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान बना. ये लगभग 12.6N और 66.1E पर केंद्रित है और गोवा के पश्चिम दक्षिण पश्चिम से लगभग 890km पर स्थित है.
मैप में देखें कब कहां से गुजरेगा Cyclone Biporjoy
Severe Cyclonic storm Biparjoy over eastcentral and adjoining southeast Arabian Sea at 0830 IST of 07th June, near lat 12.7N and lon 66.2E, about 880km WSW of Goa. Likely to move nearly northwards and intensify into VSCS during next 12 hrs. pic.twitter.com/6rsdoPWQPu
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 7, 2023
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान यानी 8 जून की सुबह तक इसके उत्तर की ओर बढ़ने और तीव्र होने की संभावना है. अरबी समुद्र में बना ये चक्रवात उत्तर की और आगे बढ़ता हुआ तेज होता जाएगा. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात में हवा की गति 150 से 190 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार होगी, 8 से 10 जून तक समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है. इसका सबसे ज्यादा असर गुजरात के समुद्री किनारे के शहरों में देखने मिलेगा.
इसके साथ ही आईएमडी का कहना है कि चक्रवात कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों से बहुत दूर जा रहा है, लेकिन तटीय इलाकों में कुछ तेज़ हवाएं चलेंगी और कुछ हिस्सों में भारी बारिश होगी और इस चक्रवात का लैंडफॉल पाकिस्तान में होने की संभावना है.
किन राज्यों पर असर, कहां होगा लैंडफाल?
गुजरात में अलर्ट
मौसम विभाग ने चक्रवात के चलते मच्छुआरों को समुद्र किनारे ना जाने की सलाह दी है. साथ ही गुजरात के सभी पोर्ट पर 1 नंबर का वोर्निंग सिग्नल दिया गया है. जैसे-जैसे चक्रवात नजदीक आएगा और खतरा बढ़ता जाएगा, उस हिसाब से वोर्निंग सिग्नल में बढ़ोतरी की जाएगी. वहीं चक्रवात के खतरे को देखते हुए गुजरात सरकार ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं.
समुद्री किनारे वाले शहरों में प्रशासन को अलर्ट किया गया है. साथ ही समुद्र में ऊंची लहरें उठने की भी संभावना जताई गई है. बता दें कि अरब सागर में साल के पहले प्री मानसून तूफान का नाम 'बिपारजॉय' रखा जाएगा, जिसका बांग्लादेश ने सुझाव दिया है.