चक्रवात यास ने बंगाल और ओडिशा के तटों पर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. बीती रात से ही दोनों राज्यों के तटीय इलाकों में बारिश, तेज़ हवा चल रही है. ओडिशा के समुद्र में तो ऊंची-ऊंची लहरें उठना शुरू हो गई हैं. मौसम विभाग का अनुमान है कि चक्रवात यास बुधवार दोपहर तक टकरा सकता है, जिसका असर सुबह ही देखा जा रहा है.
ओडिशा, बंगाल के अलावा चक्रवात यास का असर झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, अंडमान-निकोबार समेत अन्य कुछ हिस्सों में देखने को मिल सकता है. चक्रवात यास किस तरह आगे बढ़ रहा है, नज़र डालें...
लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
चक्रवात यास को देखते हुए ओडिशा और बंगाल सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारी की है. ओडिशा ने तटीय इलाकों से करीब डेढ़ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है. ओडिशा में बालासोर, चांदबाली, धामरा इलाके में चक्रवात सबसे पहले दस्तक देगा. ओडिशा की ओर से अभी भी करीब डेढ़ लाख अन्य लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम जारी है.
कोलकाता और भुवनेश्वर एयरपोर्ट बंद किए गए
चक्रवात यास को देखते हुए भुवनेश्वर, कोलकाता एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है. चक्रवात के असर तक इन्हें बंद ही रखा जाएगा. बंगाल में तूफान का असर दिखने लगा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीती रात सचिवालय में बिताई और कंट्रोल रूम से हर स्थिति पर नज़र रखी.
ममता के मुताबिक, 11.5 लाख लोगों को निकाला जा चुका है, अभी तक हालिशहर में 40 मकानों को नुकसान पहुंचा है. जबकि पांडुआ में बिजली गिरने से दो लोगों को मौत हो गई है. चक्रवात यास को देखते हुए एनडीआरएफ की 100 से अधिक टीमों को तैनात किया गया है. सबसे अधिक टीमों को बंगाल और ओडिशा में ही तैनात किया गया है.