अध्यात्म की दुनिया की हस्ती दादी रतनमोहिनी का 101 साल की आयु में देवलोकगमन हो गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई लोगों ने दुख जताया है.
दुनिया के सबसे बड़े महिलाओं द्वारा संचालित आध्यात्मिक संगठन प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी डॉ. दादी रतनमोहिनी जी का निधन हो गया है. वे 101 साल की थीं. अस्वस्थ होने के कारण दो दिन पहले उन्हें अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था. दर्श
दादी रतनमोहिनी के निधन पर जताया शोक
मंगलवार तड़के 1 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके पार्थिव शरीर की वैकुंठी यात्रा निकाली गई. दादी के देवलोकगमन पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्पीकर ओम बिरला, गृह मंत्री अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, फिल्म अभिनेता अनुपम खेर, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा समेत कई राज्यों के सीएम, राज्यपाल ने दुख जताया है.
अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा हुजूम
दादी के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. धार्मिक से लेकर आध्यत्मिक और राजनीतिक हस्तियों ने शोक संदेश भेजे हैं. दादी ने आध्यात्मिक जीवन के 100 साल पूरे कर एक नया मुकाम हासिल किया है.
उन्होंने 13 वर्ष की उम्र में अपने जीवन को ईश्वरीय सेवा में समर्पित कर दिया था. दादी रतनमोहिनी ने देश-विदेश में अपनी ईश्वरीय सेवाओं से लाखों लोगों की जिंदगी बदली है.
पिछले 25 मार्च को उनका 101 वां जन्मदिन मनाया गया था. दो सप्ताह के बाद उनका निधन हो गया. वे संस्थान के संस्थापक सदस्यों में थीं.