राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने पहली बार कांग्रेस के सामने कोई विकल्प खड़ा किया. 1951 में जनसंघ की स्थापना कर पहले ही चुनाव में दो लोकसभा सीटें जीतकर कांग्रेस के लिए मुश्किलें शुरू कर दी. जनसंघ की स्थापना के बाद से कांग्रेस लगातार कमजोर होती चली गई. जनसंघ से जनता पार्टी और 1980 में बनी बीजेपी आज केंद्र की सत्ता से लेकर देश के आधे से ज्यादा राज्यों में उसकी सरकार है.
जनसंघ के जनक पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1914 को मथुरा जिले के नगला चंद्रभान गांव में हुआ था. छात्र अवस्था में आरएसएस के संपर्क में आए और प्रचारक बन गए. जिसके बाद जनसंघ की श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर स्थापना की. बीजेपी 25 सितंबर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को बूथ स्तर पर मनाएगी. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से गांधी जयंती 2 अक्टूबर तक बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के संकल्प को बातचीत के कार्यक्रम के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सत्ता की कमान 2014 में संभालने के साथ ही दीनदयाल उपाध्याय को राष्ट्रीय व्यक्तित्व के तौर पर स्थापित करने का काम किया है. 2016 और 2017 में भी केंद्र और राज्य सरकारों ने पूरे देश में जनशताब्दी वर्ष मनाने का काम किया था. मोदी सरकार ने देश में कई योजनाओं के साथ साथ, रेलवे-स्टेशन, पोर्ट, शिक्षण संस्थान आदि को दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का काम किया. उनके 106वें जन्मदिवस पर जानते हैं कि अबतक दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर क्या-क्या किया गया है...
दीनदयाल अंत्योदय योजना
दीनदयाल अंत्योदय योजना का उद्देश्य कौशल विकास और अन्य उपायों के माध्यम से आजीविका के अवसरों में वृद्धि कर देश में गरीबी को कम करना है. दीनदयाल अंत्योदय योजना को आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय (एच.यू.पी.ए.) के तहत शुरू किया गया था. भारत सरकार ने इस योजना के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था. वैसे यह योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एन.यू.एल.एम.) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन.आर.एल.एम.) का एकीकरण है.
दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी-चंदौली की सीमा पर स्थित पड़ाव में एकात्मवाद के प्रणेता माने जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल संग्रहालय का लोकार्पण किया. दीनदयाल उपाध्याय की 63 फुट ऊंची प्रतिमा है. इस प्रतिमा के ठीक सामने कुंड का निर्माण किया गया है, जिसमें दो फुट जल सदैव भरा रहता है. कुंड की खासियत यह है कि कुंड में जैसे ही दो फुट से ज्यादा पानी होगा, पानी फिल्टरेशन होकर एसटीपी के माध्यम से पुन: फाउंटेन से होकर कुंड में झरने के रूप में गिरेने लगता है.
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना पूरे ग्रामीण भारत को निरंतर बिजली की आपूर्ति प्रदान करने के लिए बनाई गई है. यह योजना नवंबर 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई थी. यह भारत सरकार की प्रमुख पहलों में से एक है और विद्युत मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है. वैसे यह योजना मौजूदा राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना (आरजीजीवीवाई) को प्रतिस्थापित करेगी, लेकिन राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना की सुविधाओं को डीडीयूजीजेवाई की नई योजना में सम्मिलित किया गया है.
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना
यह योजना गरीब ग्रामीण युवाओं को नौकरियों में नियमित रूप से न्यूनतम मजदूरी के बराबर या उससे ऊपर मासिक मजदूरी प्रदान करने के लक्ष्य से शुरू की गई है. यह ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलों में से एक है. यह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का हिस्सा है.
दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के पहले साल में ही 16 अक्टूबर 2014 को इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. यह देश में औद्योगिक विकास हेतु अनुकूल माहौल तैयार करने और श्रमिकों की दशा सुधारने के लिए शुरू किया गया था. इस योजना के तहत भविष्य निधि के सभी सदस्यों को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर जारी करने की घोषणा की गई है
दीनदयाल उपाध्याय स्वनियोजन योजना
यह योजना उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जो स्वरोजगार यानि सेल्फ इंप्लाइमेंट चाहते हैं. कई लोग नौकरियों में सटीक नहीं बैठ पाते, इस वजह से सरकार ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए इस योजना की शुरुआत की. यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में लॉन्च की थी.
राज्य सरकार की योजनाएं
केंद्र सरकारी की इन प्रमुख योजनाओं के साथ ही राज्य सरकारों की योजनाएं भी इसमें शामिल हैं. इसमें पंडित दीनदयाल ग्रामोद्योग रोजगार योजना, दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना, पं. दीनदयाल उपाध्याय स्वयं योजना, दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना, दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास (होम-स्टे) विकास योजना, दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना, दीनदयाल उपाध्याय रसोई योजना, दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना आदि शामिल है.