रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल (Hypersonic cruise missile) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हाइपरसोनिक मिसाइल आज की जरूरत है और इस पर सबको मिलकर काम करना चाहिए. राजनाथ सिंह का ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि चीन ने हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल को टेस्ट किया है.
राजनाथ सिंह ने ये बात 'भविष्य की तैयारी' कार्यक्रम में कहीं. ये कार्यक्रम डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) भवन में हुआ था. इस दौरान रक्षा मंत्री डीआरडीओ के बनाए गए हथियार सशस्त्र बलों को सौंपे.
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज हम एक मजबूत रक्षा औद्योगिक आधार बनाने के लिए तैयार हैं जो न सिर्फ देश की रक्षा जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि हमारे मित्र देशों की जरूरतों को भी पूरा करेगा.
दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस), जनरल बिपिन रावत और हाल ही में एक हवाई दुर्घटना में जान गंवाने वाले अन्य लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए, रक्षा मंत्री ने कहा कि सीडीएस पद के सृजन के साथ-साथ तीनों सेनाओं के एकीकरण और आधुनिकीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई.
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युद्ध में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर जोर देते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य भारत को रक्षा प्रौद्योगिकी में अग्रणी बनाना और हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल के विकास को एक ऐसी उन्नत तकनीक के रूप में विकसित करना होना चाहिए, जिसके लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए. उन्होंने बताया कि डीआरडीओ स्मार्ट सामग्री, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग आधारित सिस्टम, स्वार्म ड्रोन्स और एसिमेट्रिक वारफेयर आदि पर काम कर रहा है.
हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल को लेकर राजनाथ सिंह का ये बयान इसलिए भी अहम हो जाता है कि क्योंकि हाल ही में अमेरिकी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि चीन ने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है. इसके बाद से ही अमेरिका समेत कई देशों की चिंता बढ़ गई है. हालांकि, चीन ने इस रिपोर्ट को खारिज किया था.