अवैध तरीके से पाकिस्तान भागकर पहुंचे मोहम्मद हसनैन और उसके बेटे इशाक अमीर ने भारत में धार्मिक उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. उनके इस तरह के आरोपों से दिल्ली में रहने वाले पड़ोसी भी गुस्से में हैं. गौतमपुरी में रहने वाले उसके पड़ोसी लोगों ने दावा किया है कि इस तरह की कोई भी घटना उनके संज्ञान में नहीं है. इसके अलावा एक और जानकारी सामने आई है. हसनैन ने मुस्लिम समुदाय के बीच अपनी पैठ मजबूत करने के लिए पार्टी भी बनाई थी, जिसके टिकट पर वह कई बार चुनाव भी लड़ चुका था.
उत्तर पूर्वी दिल्ली के गौतमपुरी इलाके के रहने वाले मोहम्मद हसनैन ने कौमी पार्टी ऑफ इंडिया राजनीतिक पार्टी बनाई थी. वह इस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है. इसके अलावा उसने मुस्लिम बाहुल सीलमपुर विधानसभा सीट से कई बार चुनाव भी लड़ा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हसनैन ने 2014 के लोकसभा चुनाव में मनोज तिवारी के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था. हालांकि उसको हर बार नोटा से भी कम वोट मिले थे.
सीलमपुर के पूर्व विधायक ने क्या कहा?
सीलमपुर के पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद का कहना है कि चोरी छिपे पाकिस्तान चले जाना, यह अपने देश के साथ गद्दारी है. भारत में सालों से लोग भाई-चारे के साथ रहते आ रहे हैं. देश के अंदर किसी तरह का कोई धार्मिक उत्पीड़न नहीं है. यह एम हसनैन की सोची-समझी साजिश है. ऐसे लोगों द्वारा देश को बदनाम करने की साजिश की जाती है. साल 2008 में मोहम्मद हसनैन ने मेरे खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उसकी हार हुई थी.
दिल्ली के गौतमपुरी में बेटे के साथ रहता था हसनैन
बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के गौतमपुरी का रहना वाला एम हसनैन (70), अपने बेटे इशाक अमीर (31) के साथ अवैध रूप से पाकिस्तान चले गए. बताया जा रहा है कि हसनैन पहले दिल्ली से दुबई फिर अफगानिस्तान के कंधार शहर होते हुए करीब 60,000 रुपए टैक्सी करके कराची शहर पहुंचा है.
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सजा देना चाहते हैं तो दें: हसनैन
कराची पहुंचकर हसनैन ने कहा कि अगर पाकिस्तान के अधिकारी हमें जेल में डालना चाहते हैं तो हम इसके लिए तैयार हैं. हम बिना कानूनी दस्तावेजों के साथ आए हैं, लेकिन हम शरण लेना चाहते हैं. हसनैन और अमीर का कहना है कि वो नई दिल्ली के गौतमपुरी इलाके के रहने वाले हैं. वहां उनका घर है. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें लंबे समय तक उत्पीड़न और धार्मिक प्रताड़ना सहनी पड़ी. इससे तंग आकर देश छोड़ने और भागकर पाकिस्तान आने का फैसला लिया.
'विरोध करने पर बुलडोजर चला देते हैं'
Dawn की रिपोर्ट के मुताबिक, हसनैन ने कहा कि भारत में अगर मुसलमान को किसी बात पर विरोध करते हुए पकड़ा जाता है तो यह कहकर उसके घर पर बुलडोजर चला देते हैं कि यह अवैध रूप से बनाया गया है. मैं देश छोड़ने वाला पहला व्यक्ति नहीं हूं. बहुतों ने मुझसे पहले किया है. लेकिन वे अमीर थे और यूरोप, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी या कनाडा में विदेशी नागरिकता हासिल करने में समक्ष थे. जो लोग संपन्न हैं वे तुर्की, अजरबैजान या मलेशिया चले गए. मेरे पास पैसे कम थे.
पाकिस्तान पुलिस ने क्या बताया?
पाकिस्तान की पुलिस के मुताबिक, 70 वर्षीय मोहम्मद हसनैन और उनके 31 वर्षीय बेटे इशाक अमीर ने पाकिस्तान-अफगान बॉर्डर से अवैध रूप से पाकिस्तान में प्रवेश किया. दोनों ने करीब 14 दिन पहले बलूचिस्तान प्रांत के चमन में एंट्री की थी. दोनों को हिरासत में लिया गया. वर्तमान में कराची में ईधी वेलफेयर ट्रस्ट के आश्रय गृह में रह रहे हैं.
(इनपुट- इशरार अहमद)