दिल्ली हाईकोर्ट ने आज गुरुवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए कहा कि "बच्चे हमेशा गलत फैसला लेते हैं और मां-बाप सही ये एक माइंडसेट है, जिसे बदलने की जरूरत है". दिल्ली हाईकोर्ट की ये टिप्पणी उस याचिका पर सुनवाई के दौरान देखने को मिली, जिसमें एक बेटी ने अपने परिवार के ख़िलाफ़ परेशान करने की याचिका लगाई है.
लड़की ने अपनी याचिका में कहा है कि अपनी मर्जी से शादी करने की वजह से उसके परिवार वालों द्वारा उसे लगातार परेशान कर रहे है. क्योंकि उसने जिस लड़के से शादी की है वह अलग जाति से है, इसीलिए माता-पिता को उनकी शादी पर ऐतराज है.
लड़की को सुरक्षा दे पुलिसः HC
लड़की ने पिछले साल अक्टूबर 2020 में प्रेम विवाह किया था लेकिन जिस लड़के के साथ किया गया वह दूसरी जाति से था. लड़की ने अपनी याचिका और सुरक्षा की मांग की थी क्योंकि लड़की का कहना था कि उसके परिजन उसे लगातार तंग कर रहे हैं और उसे अपने परिजनों से जान का खतरा है. इतना ही नहीं वह जिस दफ्तर में काम कर रही है वहां भी उसके परिजन फोन करके उसको तंग करते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं. दिल्ली हाईकोर्ट में लड़की की तरफ से सुरक्षा हासिल करने के लिए याचिका लगाई गई थी.
हाईकोर्ट ने इस याचिका का निपटारा करते हुए दिल्ली पुलिस को लड़की को सुरक्षा देने के आदेश दिए हैं और साथ ही कहा है कि निकट भविष्य में भी अगर लड़की और उसके पति को किसी तरह की कोई परेशानी हो तो पुलिस उनकी मदद करें.
कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान लड़की के माता-पिता को भी कोर्ट ने बुलाया था. लड़की के माता-पिता ने कोर्ट को आश्वासन दिया है कि वह आगे लड़की को तंग नहीं करेंगे. इसी दौरान सुनवाई में हाई कोर्ट ने टिप्पणी की कि मां-बाप का यह सोचना ठीक नहीं है कि उनके बच्चे गलत फैसला ले रहे हैं. बच्चे भी सही फैसले ले सकते हैं इसीलिए मां-बाप को अपने माइंडसेट को बदलने की जरूरत है.