कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार किया है.
दिल्ली में हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि अगर राहुल गांधी आरएसएस और बीजेपी को गुरु के रूप में स्वीकार करते हैं तो उन्हें नागपुर जाना चाहिए और झंडे के आगे सिर झुकाना चाहिए. हिमंता ने एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ के दावे पर भी तंज कसा और कहा- कांग्रेस या कोई अन्य पार्टी किसी भी व्यक्ति को पीएम चेहरे के रूप में सामने नहीं ला सकती है लेकिन मैंने पहले ही कहा है कि कई उम्मीदवार हो सकते हैं लेकिन 2024 में पीएम नरेंद्र मोदी होंगे.
सरमा का कहना था कि अगर वे (राहुल गांधी) गुरु (BJP, RSS) मानते हैं तो उन्हें नागपुर जाना चाहिए. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि RSS और BJP को नहीं, बल्कि 'भारत माता' के झंडे को अपना गुरु मानना चाहिए. नागपुर में उनका स्वागत है, उन्हें 'भारत माता' के ध्वज के आगे 'गुरु दक्षिणा' देनी चाहिए.
राहुल को ठंड नहीं लगती है तो तवांग लेकर चलते हैं
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा- राहुल गांधी की हाफ टी-शर्ट एक फैशन स्टेटमेंट है और यह व्यक्तिगत है. अगर राहुल गांधी को ठंड से डर नहीं लगती है तो उन्हें तवांग ले चलते हैं. असम के सीएम ने आगे कहा- जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है, यह असली समस्या है. बड़े भारतीय समुदाय को वापस लड़ना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारतीय जनसांख्यिकी में परिवर्तन ना हो.
क्या कहा था राहुल गांधी ने...
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा देश में बढ़ रही नफरत, डर और हिंसा के खिलाफ है. भारत जोड़ो यात्रा, देश की आवाज है. राहुल ने आरएसएस और बीजेपी नेताओं को धन्यवाद भी दिया. उन्होंने कहा कि जितना वो आक्रमण करते हैं, उतनी ही हमें पोजिशन इंप्रूव करने का मौका मिलता है. मैं चाहता हूं कि वो थोड़ा और अग्रेसिविली अटैक करें तो इससे कांग्रेस पार्टी और मुझे फायदा होगा. एक प्रकार से मैं उनको अपना गुरू मानता हूं. एक प्रकार से वो हमें रास्ता दिखा रहे हैं कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.
कमलनाथ ने क्या दावा किया था...
कमलनाथ ने शनिवार को भारत जोड़ो यात्रा के लिए राहुल गांधी की खुलकर तारीफ की और कहा- वे सत्ता के लिए नहीं, बल्कि देश के आम लोगों के लिए राजनीति कर रहे हैं. जहां तक 2024 के लोकसभा चुनाव का सवाल है, राहुल गांधी ना सिर्फ विपक्ष का चेहरा होंगे, बल्कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार भी होंगे. कमलनाथ ने आगे कहा कि दुनिया के इतिहास में किसी ने भी इतनी लंबी पदयात्रा नहीं की है. गांधी परिवार के अलावा किसी अन्य परिवार ने देश के लिए इतनी कुर्बानियां नहीं दी हैं. राहुल गांधी सत्ता के लिए राजनीति नहीं करते हैं, बल्कि देश की जनता के लिए करते हैं जो किसी को भी सत्ता में बिठाती है.