दिल्ली के कंझावला एक्सीडेंट केस में मृतक अंजलि के परिवार ने बड़ा दावा किया है. परिवार का दावा है कि अंजलि की साजिश के तहत हत्या की गई है. परिवार का दावा है कि अंजलि के शव के साथ दिल्ली पुलिस को ब्रेन मैटर नहीं मिला है. परिवार ने कहा कि अंजलि की दोस्त निधि झूठ बोल रही है. अंजलि ने शराब नहीं पी थी.
खुद को अंजलि के परिवार का सदस्य बताने वाले डॉक्टर भूपेंद्र ने पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के आधार पर बताया कि अंजलि की मौत घसीटने की वजह से हुई. उन्होंने बताया कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के हिसाब से अंजलि के शरीर पर 40 चोटें आई हैं. इन 40 में से 20-25 चोटें ऐसी हैं, जो सड़क से शव के घसिटने पर हुई हैं. इतना ही नहीं शरीर का काफी हिस्सा काला पड़ गया, ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इनके बारे में पता नहीं चल पाया है. उन्होंने बताया कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, अंजलि के फेफड़े बाहर आ गए थे.
अंजलि को जानबूझकर घसीटा गया- डॉक्टर भूपेंद्र
डॉक्टर भूपेंद्र ने बताया कि यह हत्या है. अंजलि को जानबूझकर घसीटा गया. साजिश के तहत अंजलि की हत्या की गई है. उन्होंने कहा कि अंजलि को दर्दनाक मौत दी गई है. भूपेंद्र ने बताया कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, अंजलि का शरीर सड़क से रगड़ा, जिसके चलते उसका काफी खून बह गया. इसके बाद सदमे से उसकी मौत हो गई.
'निधि के आरोप गलत'
डॉक्टर भूपेंद्र ने बताया कि पोस्ट मार्टम में फूड आर्टिकल मिला है, यानी एल्कोहल नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि निधि के आरोप गलत हैं. अंजलि से शराब नहीं पी थी. इतना ही नहीं उन्होंने सवाल किया कि निधि इतनी देर तक गायब क्यों रही? उन्होंने पूछा कि एक लड़की के साथ इतनी बड़ी घटना हो जाती है. इसके दो दिन बाद अचानक सामने आती है, और कहती है कि वह अंजलि के साथ थी. उन्होंने कहा कि हम पुलिस से मांग करते हैं कि हत्या का मामला दर्ज कर जांच होनी चाहिए.
अंजलि के साथ थी निधि- पुलिस
पहले कहा जा रहा था कि हादसे के वक्त अंजलि अकेली थी. लेकिन सोमवार को पुलिस को एक होटल का सीसीटीवी मिला था. इसमें अंजलि एक होटल से न्यू ईयर पार्टी करके बाहर आती दिख रही थी. उसके साथ उसकी सहेली निधि भी थी. इसके बाद पुलिस ने निधि के बयान दर्ज किए थे.
निधि ने क्या क्या कहा था?
सहेली ने बताया कि वह अंजलि के साथ न्यू ईयर की पार्टी में गई थी. वहां अंजलि और उसके बॉयफ्रेंड के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो रहा था. इसके बाद दोनों रात करीब 2 बजे घर के लिए निकले. सहेली के मुताबिक, ''अंजलि बहुत नशे में थी. पार्टी के बाद जब हम लोग जब बाहर निकले मुझे लगा कि शायद अंजलि स्कूटी चलाने की हालत में नहीं है. इसलिए मैंने उसे कहा कि मैं स्कूटी चलाती हूं. तुम पीछे बैठो. फिर भी अंजलि नहीं मानी और मुझसे लड़ने लगी. उसने मुझसे कहा कि मैं तुम्हें सही सलामत घर छोड़ दूंगी. इसके बाद जब हम आगे चले तो एक कट के पास कार आई और उसने हमें हमें टक्कर मार दी.
निधि के मुताबिक, ''मैं स्कूटी की बगल में ही गिर गई. जबकि, अंजलि गाड़ी के नीचे फंस गई. अंजलि तब काफी चीखी और रोने भी लगी. लेकिन पांव गाड़ी में फंसा होने के कारण वह उठ नहीं पाई. न ही उन गाड़ी वालों ने कार रोकी. वे सीधा उसे घसीटते हुए आगे ले गए. मैं उस समय काफी घबरा गई थी. इसलिए मैं वहां से पैदल ही सीधे घर चली गई. क्योंकि मेरा घर वहां से काफी नजदीक था. वहां मैंने अपनी मां और नानी को पूरी घटना बताई. सहेली के मुताबिक, लड़कों ने जानबूझ कर लड़की को कार से घसीटा. उन्हें पता था कि लड़की गाड़ी में फंसी है. फिर भी उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी.
क्या है कंझावला केस?
31 जनवरी की रात राजधानी दिल्ली में अंजलि का शव मिला था. उसे दिल्ली की सड़कों पर 12 किलोमीटर घसीटा गया था. इसके बाद शव को सड़क पर छोड़ दिया गया. जब पुलिस सूचना पाकर पहुंची, तो शव देखकर हैरान रह गई. उसके जिस्म पर कोई कपड़ा तक नहीं था. लाश की हालत ऐसी थी कि दिल दहल जाए. पुलिस का दावा है कि 5 कार सवार युवकों ने युवती की स्कूटी को टक्कर मारी. इसके बाद युवती का शव कार में फंस गया. इसके चलते वह घिसटती चली गई और आरोपियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. जब आरोपियों ने आगे कार रोकी तो देखा कि एक शव उनके कार में फंसा है. इसके बाद वे शव को सड़क पर छोड़कर भाग गए. पुलिस ने इस मामले में कार को बरामद कर लिया है और सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया.