दिल्ली शराब घोटाला मामले में CBI और ED की तरफ से दर्ज किए गए मामले में अभियुक्त भारत राष्ट्र समिति (BRS) लीडर के कविता (K Kavitha) की जमानत याचिका पर 6 मई को फैसला आएगा. CBI ने के कविता की जमानत अर्जी का विरोध करते हुए कहा है कि कविता मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं. जमानत पर रिहा होने की सूरत में वह इस मामले से जुड़े गवाहों और सबूतों को प्रभावित कर सकती हैं. मामले की जांच निश्चित रूप से प्रभावित होने के आसार हैं. लिहाजा इनको अभी न्यायिक हिरासत में ही रहने दिया जाए.
राउज एवेन्यू कोर्ट में जज कावेरी बावेजा की अदालत अब के कविता की ईडी और सीबीआई मामले में एकसाथ 6 मई को फैसला सुनाएगी.
मार्च में गिरफ्तार हुई थीं के कविता
BRS लीडर के कविता को ईडी ने 15 मार्च 2024 को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था. तीन दिन तक ईडी हिरासत में रखे जाने के बाद से कविता न्यायिक हिरासत में ही हैं. उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम जमानत भी मांगी थी. अब 6 मई को ही पता चलेगा कि कविता चुनाव प्रचार में हिस्सा ले पाएंगी या नहीं.
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क्या है साउथ ग्रुप से लिंक?
ईडी का दावा है कि के. कविता शराब कारोबारियों की 'साउथ ग्रुप' लॉबी से जुड़ी हुई थीं. साउथ ग्रुप की दिल्ली सरकार की 2021-22 की एक्साइज पॉलिसी में बड़ी और अहम भूमिका रही थी. आरोप है कि शराब घोटाले के आरोपी विजय नायर को कथित रूप से कम से कम 100 करोड़ रुपये की रिश्वत 'साउथ ग्रुप' से मिली थी. साउथ ग्रुप ने ये रिश्वत आम आदमी पार्टी के नेताओं को देने के लिए उसे दी थी. आखिरी पूछताछ में ईडी ने हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई और कविता का आमना-सामना भी करवाया था. पिल्लई को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. पिल्लई को कविता का करीबी माना जाता है. हालांकि, कविता ने तब दावा किया था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार ईडी का 'इस्तेमाल' कर रही है, क्योंकि बीजेपी तेलंगाना में 'बैकडोर से एंट्री' नहीं कर सकती है.
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शराब घोटाले में ऐसे फंसी के. कविता
दिसंबर 2022 में ईडी ने आरोपी अमित अरोड़ा के रिमांड पेपर में दावा किया था कि आम आदमी पार्टी के नेताओं के लिए विजय नायर और दूसरे लोगों को 'साउथ ग्रुप' ने 100 करोड़ की रिश्वत दी थी. पिछले साल फरवरी में सीबीआई ने अकाउंटेंट बुचीबाबू गोरंतला को गिरफ्तार किया था. ईडी ने भी बुचीबाबू से पूछताछ की थी और उसका बयान दर्ज किया था. माना जाता है कि बुचीबाबू कविता को अकाउंट संभाला करता था. इसके बाद पिछले साल ही मार्च में ईडी ने अरुण रामचंद्रन पिल्लई को भी गिरफ्तार किया था. पिल्लई ने पूछताछ में बताया था कि कविता और आम आदमी पार्टी के बीच एक समझौता हुआ था. इसके तहत 100 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ, जिससे कविता की कंपनी 'इंडोस्पिरिट्स' को दिल्ली के शराब कारोबार में एंट्री मिली. पिल्लई ने ये भी बताया कि एक मीटिंग हुई थी, जिसमें वो, कविता, विजय नायर और दिनेश अरोड़ा मौजूद थे. इस मीटिंग में दी गई रिश्वत की वसूली पर चर्चा हुई थी.