दिल्ली शराब नीति मामले (Delhi Liquor Scam) में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी और भारत राष्ट्र समिति (BRS) की विधान परिषद सदस्य के. कविता ने आज दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. ईडी के सामने होने वाली पेशी को लेकर उन्होंने कहा कि हमने आईडी से निवेदन किया कि आप 11 तारीख को हमारे घर आकर जांच कर सकते हैं और जिस आरोपी के साथ पूछताछ करनी है उनके सामने बैठाकर पूछताछ कर लीजिए. कविता ने कहा कि हम कानून का सम्मान करने वाले लोग हैं.
जांच में करेंगे पूरा सहयोग
कविता ने कहा, '2 मार्च को हमने पोस्टर जारी किया था और 10 मार्च को हम धरना देने जा रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने हमें 9 मार्च को बुलाया था लेकिन हमने कहा कि हमारा कार्यक्रम है और हम 16 मार्च को आएंगे. पता नहीं ED को क्या जल्दबाजी है. उन्होंने कहा कि 9 मार्च को आइए. हमने कहा हम 16 मार्च को आ सकते हैं. हम राजनीतिक दल के लोग हैं और हमारे पास साधन है हम खुद चलकर पहुंच सकते हैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ क्यों नहीं हो सकती है? अगर महिलाओं से पूछताछ करनी है तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होनी चाहिए इस मुद्दे को लेकर हम आगे जाएंगे.'
केंद्र पर किया तीखा हमला
पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा, 'दिसंबर में तेलंगाना में चुनाव होने वाले हैं तो एजेंसियों की यह फितरत है कि जहां इलेक्शन है वहां मोदी जी से पहले ईडी पहुंच जाएं. एनआईए ने 500 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है और हमारे पार्टी के 15 से 16 विधायक मंत्री को अलग-अलग केस में टारगेट किया गया गया. मैं मोदी जी से विनती करती हूं कि आप जनता के पास जाइए और बताइए कि आपने तेलंगाना की जनता और देश के लिए क्या किया है और उनका दिल जीतें फिर चुनाव जीतिए. नौ राज्यों में उन्होंने बैक डोर से सरकार बना ही लेकिन तेलंगाना में हमने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया. उन्होंने हमें डराने धमकाने की कोशिश की लेकिन हम बताना चाहते हैं कि हम डरने वाले लोगों से नहीं है.हमने आंदोलन करके लोगों के आशीर्वाद से सरकार चला रहे हैं.बीजेपी की नाकामियों को हम एक्सपोज़ करते रहेंगे.'
अग्निवीर योजना पर सरकार को घेरा
केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कविता ने कहा, 'प्रवर्तन निदेशालय के डायरेक्टर को, एसबीआई और सेबी के डायरेक्टर को लगातार एक्सटेंशन मिलता रहा है, ताकि जहां सरकार चाहे वह वैसा काम करें. अग्निवीर के युवाओं को एक्सपेंशन नहीं मिलेगा बल्कि उन्हें 4 साल के बाद छोड़ दिया जाएगा क्या आप उन्हें चौकीदार की नौकरी पर रखेंगे? मैं मोदी जी से मांग करती हूं की इन अग्निवीरों को 4 साल नहीं, एक्सटेंशन दीजिए. हम उनके द्वारा दायर किए गए केस का सामना करेंगे.मोदी जी ने श्रीलंका जाकर खुद बोला कि अदानी को प्रोजेक्ट देना है.आप विपक्षियों पर ईडी का वार कर रहे हैं. हम विपक्ष हैं हम खेलेंगे लेकिन जनता पर आप जो महंगाई का भार कर रहे हैं वह जनता नहीं झेल सकती.'
बीजेपी नेता बीएल संतोष का जिक्र करते हुए कविता ने कहा कि हम आपकी जांच एजेंसियों का सामना करेंगे लेकिन आप अपने बीएल संतोष को भी कहिए कि वह तेलंगाना की एसआईटी के सामने जाकर जांच का सामना करें. बीएल संतोष क्यों राज्य की जांच आयोग पर स्टे लेकर आए हैं.आज तक के सवालों पर कविता ने कहा कि ईडी जहां जहां बुलाएगी हम जाएंगे क्योंकि हमारे साथ साथ और धर्म और भगवान है.आप को ईडी के बारे में सब पता है. ईडी जो भी सवाल पूछेगी हम उसका जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपना अहंकार त्यागना चाहिए और विपक्ष को एकजुट होना चाहिए.
महिला आरक्षण का मुद्दा उठाया
कविता ने कहा, 'महिला आरक्षण बिल हमारे देश में चर्चा बहुत दिनों से हो रही है लेकिन 1996 के बाद सिर्फ एक कानून राज्यसभा में आया था कि लोकसभा में पास नहीं कर पाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 27 साल बाद भी हम अभी सिर्फ महिला आरक्षण बिल पर चर्चा ही कर रहे हैं. सोनिया गांधी ने देश को राज्यसभा में जाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मैं उनको सलाम करती हूं. वाजपेई जी की सरकार ने भी कोशिश की. उसके बाद कांग्रेस की सरकार आई तब सोनिया गांधी के प्रयासों से ही कानून राज्यसभा में पास हुआ. 2014 में नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के मेनिफेस्टो में यह कहा कि महिला आरक्षण बिल पास करेंगे. 2018 के प्रचार के दौरान में भी कहा कि महिला आरक्षण बिल पास करेंगे तब से लेकर आज तक बीजेपी के किसी भी नेता ने महिला आरक्षण बिल के बारे में बात नहीं की.'
उन्होंने आगे कहा, 'हम देश के प्रधानमंत्री और सभी दलों के नेताओं से और महिला राष्ट्रपति से विनती करते हैं कि अभी भी मौका है कि अभी 2 लोकसभा सत्र होने वाले हैं इसमें जब आपके पास समय हो महिला आरक्षण बिल पास कीजिए. जब आधार भी लाया था तब उसे फाइनेंस बिल में तब्दील करके राज्यसभा बाईपास किया था इसी तरह अगर बीजेपी सरकार मन से चाहे तो महिला आरक्षण बिल पास करवा सकते हैं.'