लोकसभा में यह सवाल पूछा गया था कि देश में इस समय कितने लोगों को जेड प्लस सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही है? गृह मंत्रालय ने लोकसभा में इस सवाल का जवाब दिया है. गृह मंत्रालय ने बताया कि 40 लोगों को जेड प्लस सुरक्षा दी जा रही है. गृह मंत्रालय ने लोकसभा में ये भी बताया है कि ये सुरक्षा केंद्रीय एजेंसियों की ओर से खतरे के आंकलन के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की रिपोर्ट के आधार पर दी जाती है.
गृह मंत्रालय की ओर लोकसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक इस सुरक्षा में मंत्रालय के आदेश पर नेशनल सेक्यूरिटी गार्ड (एनएसजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान अलग-अलग वीआईपी को सुरक्षा की "ब्लू बुक" के आधार पर कड़ी सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं.
क्या होती है जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
सुरक्षा की ब्लू बुक के मुताबिक हर एक वीवीआईपी को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी जाती है. इनके चारो तरफ कड़ा सुरक्षा का पहरा होता है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 58, कमांडो जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में तैनात होते हैं. सुरक्षा मामलों की ब्लू बुक की मानें तो Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में 10 आर्म्ड स्टैटिक गॉर्ड, 6 PSO एक समय मे राउंड द क्लॉक, 24 जवान 2 एस्कॉर्ट में राउंड द क्लॉक, 5 वॉचर्स दो शिफ्ट में रहते हैं. एक इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर इंचार्ज के तौर पर तैनात रहता है.
वीआईपी के घर मे आने जाने वाले लोगो के लिए 6 फ्रीस्किंग और स्क्रीनिंग करने वाले तैनात रहते हैं और इसके साथ ही राउंड द क्लॉक ट्रेंड 6 ड्राइवर होते हैं. गृह मंत्रालय के मुताबिक सुरक्षा के ब्लू बुक के आधार पर जेड प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी के अलावा कई अन्य तरीके की सुरक्षा भी वीआईपी को दी जाती हैं. इसमें जेड कैटेगरी के अलावा वाई प्लस कैटेगरी, वाई कैटेगरी और एक्स कैटेगरी शामिल है.
अन्य कैटेगरी की सुरक्षा-
जेड कैटेगरी की सुरक्षा
जेड श्रेणी की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं. आर्म्ड फोर्स के 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड वीआईपी के घर पर रहते हैं. 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ, 12 तीन शिफ्ट में आर्म्ड स्कॉर्ट के कमांडो, 2 वॉचर्स शिफ्ट में और 3 ट्रेंड ड्राइवर राउंड द क्लॉक मौजूद रहते हैं.
वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
इस प्रकार की सुरक्षा में आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं जिसमें पुलिस के 58 स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घर और आसपास रहते हैं. साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में सुरक्षा करते हैं.
वाई कैटेगरी की सुरक्षा
यह सुरक्षा कम खतरे वाले लोगों को दी जाती है. इसमें कुल 8 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं. इसमें जिस वीआईपी को सुरक्षा दी जाती है उसमें पांच आर्म्ड स्टैटिक गार्ड उसके घर पर लगाए जाते हैं साथ ही तीन शिफ्ट में तीन पीएसओ सुरक्षा प्रदान करते हैं.
एक्स कैटेगरी की सुरक्षा
इस श्रेणी में तीन सुरक्षा गार्ड तैनात होते हैं जिसमें एक पीएसओ (व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी) होता है. देश में काफी लोगों को एक्स श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है. इस सुरक्षा में कोई कमांडो शामिल नहीं होता. सिर्फ 3 शिफ्ट में एक-एक पीएसओ वीआईपी अपने साथ लेकर चल सकता है.