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दिल्ली के 80% परिवारों में Covid या FLU के लक्षण, अस्पतालों में बढ़े मरीज, नए वैरिएंट्स से खतरा हुआ डबल

दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1964 केस मिले हैं. पॉजिटिविटी रेट 9.42% हो गया है. इस दौरान 8 लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है. बताया जा रहा है कि इस साल पिछले 1 महीने में हर 10 में से 8 परिवारों में कोरोना, फ्लू या वायरल फीवर के लक्षण देखने को मिले हैं. इतना ही नहीं पिछली साल की तुलना में यह लगभग दोगुना है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

दिल्ली एनसीआर में कोरोना के मामलों ने सभी की चिंता बढ़ा दी है. इसी बीच एक और चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. बताया जा रहा है कि इस साल पिछले 1 महीने में हर 10 में से 8 परिवारों में कोरोना, फ्लू या वायरल फीवर के लक्षण देखने को मिले हैं. इतना ही नहीं पिछली साल की तुलना में यह लगभग दोगुना है. पिछले साल मॉनसून सीजन में जुलाई से अगस्त के बीच 41% परिवारों में कोरोना, फ्लू या वायरल के लक्षण मिले थे. जबकि इस साल यह आंकड़ा 82% पर पहुंच गया है. माना जा रहा है कि कोरोना के वजह से इस आंकड़े में इजाफा हुआ है. 

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इतना ही नहीं LocalCircles के सर्वे में यह भी कहा गया है कि कुछ मामलों में लोग यह जानने के लिए कि उन्हें कोरोना है या अन्य वायरल बुखार इसके लिए वे होम किट का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, ऐसे में मामलों में परिवार के अन्य सदस्यों के भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता है, खासकर बच्चों या किसी बीमारी से ग्रसित सदस्य में.  

दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1964 केस मिले हैं. पॉजिटिविटी रेट 9.42% हो गया है. इस दौरान 8 लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है. इससे पहले 16 अगस्त को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की थी. उन्होंने एडवाइजरी जारी कर कहा था, ''यह जरूरी है कि हम यह महसूस करें कि महामारी खत्म नहीं हुई. मैं सभी से अपील करता हूं कि कोविड के उचित व्यवहार का सख्ती से पालन करें.''

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हर 10 में से 8 परिवार में संक्रमण

LocalCircles के सर्वे में यह सामने आया है कि दिल्ली एनसीआर के हर 10 में से 8 घरों परिवारों में एक या उससे ज्यादा सदस्यों में पिछले 1 महीने में वायरल, फ्लू जैसे लक्षण मिले हैं. 
ज्यादातर केसों में लोगों के नाक बहने, सिरदर्द, गले में खराश और थकान की शिकायत मिली है. कुछ लोगों को बुखार भी देखने को मिला. इनमें से 54% लोगों ने यह माना है कि पिछले 1 महीने में उनके परिवार के 2-3 सदस्यों को फ्लू हुआ या ठीक हो गए. जबकि 23% परिवारों ने कहा कि उनके घर के चार या उससे ज्यादा सदस्य फ्लू से संक्रमित हुए. जबकि 8% परिवारों ने माना कि उनके घर में एक सदस्य को फ्लू के लक्षण थे. 
 
पिछले साल की तुलना करें तो दिल्ली-एनसीआर में सिर्फ  41% परिवारों ने बताया था कि उनके घर में 1 या उससे ज्यादा सदस्यों को फ्लू जैसे लक्षण हैं. सार्वजनिक स्थानों, दफ्तरों और स्कूलों के खुलने के चलते और कोरोना की कम टेस्टिंग के बावजूद दिल्ली में हाल ही में पॉजिटिविटी रेट 20% पहुंच गया था. इतना ही नहीं कई लोगों में कोरोना के लक्षण भी मिले हैं. 
 
जुलाई-अगस्त 2021 में डेल्टा वैरिएंट का संक्रमण कम हो गया था. लेकिन दिल्ली-एनसीआर में Omicron के मामले लगातार आ रहे हैं. जनवरी में BA.1 & BA.2, अप्रैल में BA.2.12.1 और BA.2.38 वैरिएंट सामने आए थे. वहीं, अब ओमिक्रॉन का BA.2.75 वैरिएंट संक्रमण फैलने की मुख्य वजह बताया जा रहा है. 
 
दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल में बढ़ रहे मरीज

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दिल्ली में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों के चलते प्राइवेट अस्पतालों में मरीज बढ़ने लगे हैं. बड़ी संख्या में मरीजों में बुखार, गले में खराश, खांसी और नाक बहने जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं. माना जा रहा है कि केस बढ़ने और अस्पतालों में मरीजों के बढ़ने के पीछे ओमिक्रॉन का  BA.2.75 वैरिएंट मुख्य वजह है. ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट ही संक्रमण बढ़ने की मुख्य वजह हैं क्यों कि ये इम्युनिटी से भी बचने में सफल हो रहे हैं. हालांकि, ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण हैं, कुछ में ही कोरोना के गंभीर लक्षण देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में डॉक्टरों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है, वहीं, सरकार भी बूस्टर डोज पर जोर दे रही है. 

 

 

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