अब जब छठ महापर्व शुरू हो गया है तो सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर गुहार लगाई गई है. दायर याचिका में कहा गया है कि यमुना तट पर उपासना करने की इजाजत देने का निर्देश डीडीएमए को दिया जाए.
हाल ही में डीडीएमए ने दिशा निर्देश जारी कर यमुना तट पर छठ पर्व उत्सव के सामूहिक आयोजन पर रोक लगा दी थी. जिला प्रशासन ने भी यमुना के अलावा छोटे-बड़े जल स्रोत या तालाब, झील, टैंक आदि में छठ पूजा का बंदोबस्त किया है.
संजीव नेवार और स्वाति गोयल शर्मा की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि यमुना तट पर जो श्रद्धालु छठ पूजा के लिए जाएं, उनके खिलाफ दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस कोई कार्रवाई ना करें.
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के साथ अपराधियों सा व्यवहार ना करें क्योंकि दिल्ली पुलिस ने दिवाली पर एक पॉलिथीन भर पटाखे खरीदने वालों के साथ भी अपराधियों जैसा बर्ताव किया था. ऐसा छठ पर ना हो.
याचिकाकर्ताओं के वकील शशांक शेखर झा के मुताबिक, श्रद्धालुओं पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी जैसी सख्ती न की जाए. याचिका में यमुना में अमोनिया की मात्रा कम करने की भी अपील की गई है.