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बारिश से बेहाल दिल्ली-NCR में ठिठुरन बढ़ी, दर्ज किया गया सीजन का सबसे ठंडा दिन

गुरुवार की तुलना में अधिकतम तापमान में करीब 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच केवल 3 डिग्री का अंतर रहा. पिछले 12 घंटों में सफदरजंग में करीब 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई. दिल्ली में ठंड और बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है.

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गुरुग्राम में बारिश से बचने के लिए एक सुरक्षाकर्मी ने खुद को प्लास्टिक से ढक लिया
गुरुग्राम में बारिश से बचने के लिए एक सुरक्षाकर्मी ने खुद को प्लास्टिक से ढक लिया

उत्तर भारत को ठंड ने अपने आगोश में ले लिया है और कड़ाके की सर्दियों का दौर जारी है. पहाड़ों ने बर्फ की चादरें तान ली हैं और मैदानी इलाका, बेमौसम बरसात से तर हो रहा है, लिहाजा यहां ठिठुरन बढ़ गई है. शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में हुई बारिश से पारा गिर गया है और वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि इस बारिश के बाद ठंड में और इज़ाफा होगा. इस बीच दिल्ली में सर्दी का सितम बढ़ने लगा है. शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024 को राष्ट्रीय राजधानी में सीजन का पहला कड़ाके का सर्द दिन दर्ज किया गया. सफदरजंग और पालम में अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से भी कम रिकॉर्ड किया गया.

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कहां कितना रहा तापमान
सफदरजंग:

अधिकतम तापमान: 14.6 डिग्री सेल्सियस
24 घंटे में बदलाव: -9.5 डिग्री
सामान्य से अंतर: -5.8 डिग्री

पालम:

अधिकतम तापमान: 14.9 डिग्री सेल्सियस
24 घंटे में बदलाव: -6.9 डिग्री
सामान्य से अंतर: -5.5 डिग्री

तापमान में गिरावट

गुरुवार की तुलना में अधिकतम तापमान में करीब 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच केवल 3 डिग्री का अंतर रहा. पिछले 12 घंटों में सफदरजंग में करीब 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई. दिल्ली में ठंड और बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक ठंड और बारिश के जारी रहने की संभावना जताई है. लोगों को सावधानी बरतने और ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी गई है.

दिल्ली में कितनी बारिश?
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में शुक्रवार सुबह से 2 से 3 cm बारिश दर्ज की गई है. सबसे ज्यादा बारिश सुबह 11.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे के बीच हुई. दिल्ली यूनिवर्सिटी नॉर्थ कैंपस में सबसे ज्यादा बारिश 2.7 सेमी सुबह 8.30 बजे से 2.30 बजे के बीच हुई. इस बारिश ने नए साल के जश्न से पहले गलन और ठिठुरन वाली ठंड बढ़ा दी है.

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हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन मनाली ने एक बार फिर सर्दियों की चादर ओढ़ ली है क्योंकि ताजा बर्फबारी ने शहर के ऊपरी हिस्सों को ढक दिया है. लाहौल स्पीति और मनाली के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हुई, जो 27 दिसंबर को शुरू हुई, जिससे सोलंग घाटी, रोहतांग दर्रा और अटल सुरंग जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल नए साल के जश्न से ठीक पहले एक 'विंटर वंडरलैंड' में बदल गए.

बारिश

 दिसंबर में 27 साल बाद सबसे ज्यादा बारिश
दिल्ली ने दिसंबर में इस साल 1997 के बाद सबसे ज्यादा मासिक बारिश दर्ज की है. यह 27 वर्षों में इस महीने का सबसे अधिक बारिश वाला दिसंबर बन गया है, और अभी इसमें 4 दिन शेष हैं. मौसम विभाग ने बताया कि यह आंकड़ा और बढ़ सकता है, क्योंकि आने वाले दिनों में भी हल्की बारिश की संभावना है. बारिश के कारण ठंड में भी भारी इजाफा हुआ है, जिससे राजधानी में जनजीवन प्रभावित हुआ है.

मनाली में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त

मनाली में भारी बर्फबारी के कारण हालात गंभीर हो गए हैं. मनाली-सोलंगनाला मार्ग पर भारी बर्फबारी के कारण करीब 1000 वाहन फंस गए हैं, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. सोलंगनाला में लंबा ट्रैफिक जाम लगने से स्थिति और भी जटिल हो गई है. पुलिस और प्रशासन लगातार वाहनों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन माइनस तापमान में राहत कार्यों को अंजाम देना बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है.

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यात्रियों ने बताया कि कड़ाके की ठंड और जाम में घंटों फंसे रहने से उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिसकर्मी भी इस मुश्किल हालात में अपनी ड्यूटी निभाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बर्फबारी के दौरान अनावश्यक यात्रा करने से बचें और जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करें. वहीं, स्थानीय प्रशासन बर्फ हटाने और फंसे वाहनों को निकालने के लिए भारी मशीनरी और अतिरिक्त बल तैनात करने में जुटा है.

मनाली और आसपास के इलाकों में सर्दी का कहर जारी है, और आने वाले दिनों में मौसम के और खराब होने की संभावना है. लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

मनाली में भारी बर्फबारी के कारण हालात गंभीर हो गए हैं. मनाली-सोलंगनाला मार्ग पर भारी बर्फबारी के कारण करीब 1000 वाहन फंस गए हैं, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. सोलंगनाला में लंबा ट्रैफिक जाम लगने से स्थिति और भी जटिल हो गई है. पुलिस और प्रशासन लगातार वाहनों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन माइनस तापमान में राहत कार्यों को अंजाम देना बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है.

यात्रियों ने बताया कि कड़ाके की ठंड और जाम में घंटों फंसे रहने से उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिसकर्मी भी इस मुश्किल हालात में अपनी ड्यूटी निभाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बर्फबारी के दौरान अनावश्यक यात्रा करने से बचें और जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करें. वहीं, स्थानीय प्रशासन बर्फ हटाने और फंसे वाहनों को निकालने के लिए भारी मशीनरी और अतिरिक्त बल तैनात करने में जुटा है.

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मनाली और आसपास के इलाकों में सर्दी का कहर जारी है, और आने वाले दिनों में मौसम के और खराब होने की संभावना है. लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

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