जेडीयू के नवनिर्वाचित सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने कुछ दिन पहले कहा था कि वह मुसलमानों और यादवों का वोट नहीं मिलने से आहत हैं इसलिए वह इन समाज के लोगों का कोई काम नहीं करेंगे. लेकिन अब इस मामले पर हंगामे के बाद उनकी सफाई सामने आई है.
देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा है कि हम सबके लिए काम करेंगे. हम यादवों और मुसलमानों का भी काम करेंगे. मेरी भावना को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. मैं पहले भी सभी के लिए काम करता था और आगे भी करूंगा. जब नेता किसी का काम नहीं करते तो जनता उनके खिलाफ बोलती है.
उन्होंने कहा कि लगाातार काम करने के बाद भी वोट नहीं मिलने पर मैंने अपनी भावना सामने रखी थी. मुझे किसी भी पार्टी से धर्मनिरपेक्षता का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है. मैं धर्मनिरपेक्ष था और हूं. मुझे मेरे काम के बदले समर्थन की उम्मीद थी लेकिन समर्थन नहीं मिलने पर दुख हुआ. मैं दुखी हूं इसलिए अपनी भावना रखी, जिसे गलत तरीके से प्रचारित किया गया.
देवेश के बयान से मुस्लिमों को ठेस पहुंची
देवेश ठाकुर के बयान पर जेडीयू ने मुस्लिम नेता ने कहा है कि उनके बयान से मुस्लिमों को ठेस पहुंची है. उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था. वो सभी समाज के सांसद हैं. उन्हें कहना चाहिए कि मैं सिर्फ खाना ही नहीं खिलाऊंगा बल्कि उनका काम भी करूंगा. उनके इस बयान से मुसलमानों को ठेस पहुंची है.
देवेश चंद्र ठाकुर ने क्या कहा था?
बिहार के सीतामढ़ी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवेश चंद्र ने कहा था कि 22 साल से राजनीति में सक्रिय होने के दौरान उन्होंने सबसे ज्यादा काम यादव और मुस्लिम समाज का किया. लेकिन चुनाव में इन लोगों ने बिना किसी कारण के उन्हें वोट नहीं किया. अगर आगे इस समाज के लोग काम करने आते हैं तो चाय नाश्ता जरूर कराएंगे लेकिन उनका काम नहीं करेंगे. जिनको आना है आये चाय नाश्ता करें और जाये,मदद की उम्मीद नहीं करें.
बता दें कि सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है. देवेश चंद्र ठाकुर बिहार विधान परिषद के सभापति भी हैं