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रोप-वे हादसा: जवानों से बोले पीएम मोदी- दुनिया ने देखी आपकी काबिलियत, देश को गर्व

देवघर में हुए रोप-वे हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात आठ बजे उन जवानों से बात कर रहे हैं जिन्होंने उस रेस्क्यू ऑपरेशन में एक सक्रिय भूमिका निभाई थी. वे उन सभी जवानों का हौसला बढ़ा रहे हैं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हादसे में तीन लोगों ने गंवाई जान
  • 45 घंटे बाद खत्म हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन

झारखंड के देवघर में रविवार दोपहर चार बजे एक साथ कई ट्रॉलियां हवा में ही अटक गई थीं. 45 घंटों तक कई जिंदगियां हवा में अपनी जान के लिए संघर्ष करती रहीं. इस दौरान सबसे बड़ी भूमिका निभाई आर्मी, वायु सेना और NDRF, CRPF के उन जवानों ने जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर इन लोगों का सफल रेस्क्यू किया. तीन लोगों की मौत जरूर हुई, लेकिन बाकी लोगों को बचा लिया गया. अब उन्हीं तमाम जवानों से पीएम मोदी अपने मन की बात कर रहे हैं.

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पीएम ने बढ़ाया जवानों का हौसला

वर्चुअल अंदाज में एक कार्य्क्रम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन सभी जवानों से बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि पूरी दुनिया ने भारत के वीर जवानों का पराक्रम देखा है. देश को भी उन जवानों पर गर्व है जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर दूसरों को बचाया है. कार्यक्रम के दौरान पीएम ने किसी जवान से उनका अनुभव जानने का प्रयास किया तो किसी से रणनीति पर विस्तार से बात की. किसी का पीएम ने हौसला बढ़ाया तो किसी की ट्रेनिंग की जमकर तारीफ की.

बातचीत के दौरान पीएम मोदी उन पन्नालाल से भी रूबरू हुए जिन्होंने 20 से ज्यादा लोगों के रेस्क्यू में सक्रिय भूमिका निभाई थी. वे कोई जवान नहीं थे, एक मामूली कर्मचारी थे. लेकिन उस मुश्किल समय में उन्होंने काफी सहयोग किया. उनके उस पराक्रम की पीएम मोदी ने दिल खोलकर तारीफ की.

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अनुभवों से सीखने की नसीहत

इस सब के अलावा पीएम ने सभी से अपील की कि इस हादसे से काफी कुछ सीखने की जरूरत है. उनके मुताबिक इस बार जो भी अनुभव मिला है, अब उसे आगे के लिए इस्तेमाल करना होगा. इस बात पर भी जोर दिया गया कि इस रेस्क्यू से जो भी कुछ सीखा गया है, उसे आने वाले जवानों की ट्रेनिंग का हिस्सा बनाया जाए जिससे भविष्य में इतनी चुनौतियों का सामना ना करना पड़े.

देवघर रेस्क्यू की बात करें तो एक बड़ी टीम ने 45 घंटे तक लोगों को बचाने के लिए पूरी जान लगा दी थी. इसमें करीब 290 से ज्यादा जवान शामिल थे. आइटीबीपी के 50 जवान, एनडीआरएफ के 70 जवान, वायु सेना के पांच हेलिकाप्टर भी शामिल किए गए थे. ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी भी इस पूरे ऑपरेशन की लगातार समीक्षा कर रहे थे. अब पीएम मोदी द्वारा सभी का हौसला बढ़ाया जाएगा.

घटना क्या है?

देवघर घटना की बात करें तो रविवार को हादसे की वजह से 10 ट्रॉलियां हवा में अटक गई थीं, जिसमें 48 लोग सवार थे. सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चलाया था. 46 घंटे की जद्दोजहद के बाद, हवा में अटके लोगों को बचा लिया गया था. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हुई. हादसे के कारण को लेकर जानकारी मिली है कि 10 अप्रैल को अचानक से रोप-वे का एक्सल उतर गया था, जिस वजह से रोप-वे बीच में ही रुक गई थीं. 50 से ज्यादा लोग उस समय उन ट्रॉलियों में फंसकर रह गए थे. लेकिन फिर एक लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उन लोगों को सुरक्षित निकाला गया.

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