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कंबोडिया के उस चाइनीज कैसीनो की तस्वीरें, जहां से डिजिटल अरेस्ट के लिए आपको आता है कॉल

डिजिटल अरेस्ट के केस लगातार सामने आ रहे हैं. इसके मामले पिछले कुछ महिनों से चरम पर हैं. अब आज तक के हाथ ऐसी तस्वीरें लगी हैं, जिनमें कंबोडिया के उस लक्जरी चीनी कैसीनो को दिखाया गया है, जहां से लोगों के पास डिजिटल अरेस्ट के लिये कॉल आते हैं.

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लक्जरी चाइनीज कसीनो की एक्सक्लूसिव तस्वीरें.
लक्जरी चाइनीज कसीनो की एक्सक्लूसिव तस्वीरें.

डिजिटल अरेस्ट के मामले अब देशभर में सामने आने लगे हैं. इनमें से कुछ केस में संतान के रेप केस या सेक्स रैकेट में फंसने का डर दिखाया जाता है तो वहीं कुछ मामलों में ड्रग्स तस्करी का आरोप लगाकर डराया धमकाया जाता है. 

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डिजिटल अरेस्ट के ऐसे मामलों से लोगों को जागरुक करने के लिये आज तक लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है. अब आज तक के हाथ ऐसी तस्वीरें लगी हैं, जिनमें कंबोडिया के उस लक्जरी चीनी कैसीनो को दिखाया गया है, जहां से लोगों के पास डिजिटल अरेस्ट के लिये कॉल आते हैं. 

वीडियो में क्या-क्या हुआ कैप्चर

1. नकली डिजिटल अदालतें, जिनमें फर्जी जज मुकदमा सुनने की एक्टिंग करते हैं. 

2. एक साथ काम करते नकली डिजिटल कोर्ट चलाने वाले स्कैमर्स.

3. लोगों को कॉल करके ठगने वाले स्कैमर्स की हरकतें.

4. फोन मॉनिटरिंग सेंटर, जहां कर्मचारियों के फोन रखे जाते हैं.

5. स्कैम सेंटर्स की सुरक्षा करते थाई प्रशिक्षित गार्डों की तस्वीरें.

6. इस वीडियो में कंबोडिया में समुद्र के पास बने स्कैम सेंटर को दिखाया गया है.

7. वीडियो में स्कैम करने वाले अपराधियों को नकली अदालतें चलाते कैप्चर किया गया है.

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हाल ही में डिजिटल अरेस्ट का एक मामला उत्तर  प्रदेश के लखनऊ में 18 अक्टूबर को सामने आया था, जिसमें एक युवती को अनजान नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को भारतीय टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI का कर्मचारी बताया.साइबर ठगों ने युवती को जाल में फंसाने के लिए कहा कि आपके आधार कार्ड पर 2 सिम कार्ड रजिस्टर्ड है. दूसरा नंबर का इस्तेमाल गैर कानूनी काम में किया जा रहा है.

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दो घंटे तक महिला को रखा अरेस्ट

महिला ने कहा कि उसके पास ऐसा कोई नंबर नहीं है. इसके बाद युवती का कॉल फेक मुंबई पुलिस ऑफिस में ट्रांसफर किया गया. जहां युवती से फर्जी पूछताछ हुई. एक बार झांसे में आने पर आरोपियों ने युवती को करीब दो घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा. इसके बाद बैंक अकाउंटों से कुल 1.24 लाख रुपये ट्रांसफर करवाया और फोन स्विच ऑफ कर लिया.

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एक साल में 6 हजार से ज्यादा शिकायतें

बता दें कि इस साल डिजिटल अरेस्ट की 6000 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई हैं. 6 लाख मोबाइल फोन साइबर फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं में शामिल रहे हैं, जिन्हें MHA साइबर विंग ने ब्लॉक कर दिया है. विंग ने अब तक 709 मोबाइल ऐप भी ब्लॉक किए हैं. इसके साथ ही साइबर फ्रॉड में शामिल 1 लाख 10 हजार IMEIs ब्लॉक किए गए और 3.25 लाख फेक बैंक एकाउंट फ्रीज किए गए हैं.

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डिजिटल अरेस्ट क्या है?

डिजिटल अरेस्ट साइबर धोखाधड़ी का एक नया तरीका है, जिसमें जालसाज कानून प्रवर्तन अधिकारी बनकर ऑडियो या वीडियो कॉल पर लोगों को धमकाते हैं और गिरफ्तारी के झूठे बहाने से उन्हें डिजिटल रूप से बंधक बना लेते हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में, कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ऑफ इंडिया (CERT-In) ने एक लिस्ट शेयर की, जिसमें देश के अंदर जालसाजों द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी करने के एक दर्जन से ज्यादा तरीकों के बारे में बताया गया है. इसमें लोगों के पैसे और पर्सनल डेटा चुराकर उन्हें ठगने के लिए 'डिजिटल अरेस्ट' भी शामिल है.

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