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'क्या मुट्ठी भर लोगों को सिनेमा की जरूरत है...', फिल्म फेस्टिवल में नहीं पहुंचीं हस्तियां तो भड़के डीके शिवकुमार

समारोह में प्रतिष्ठित फिल्मी हस्तियों की कम मौजूदगी पर नाराज शिवकुमार ने फिल्म चैंबर और अकादमी के सदस्यों को कड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा, 'आगे से इसे या तो चेतावनी समझिए या निवेदन. यह मेरा कार्यक्रम नहीं, आपका कार्यक्रम है. हमारे मुख्य स्पॉन्सर, भीमा ज्वैलरी, वहीं बैठे हैं. क्या सिर्फ 20 लोगों के लिए यह सिनेमा जरूरी है?'

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कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार (File photo)
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार (File photo)

बेंगलुरु में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में फिल्मी हस्तियों की कम संख्या को देखकर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार नाराज हो गए. उन्होंने अपने भाषण में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 'अकादमी वाले इसे चाहे निवेदन समझें या चेतावनी'.

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मंच से जाहिर की नाराजगी

समारोह में प्रतिष्ठित फिल्मी हस्तियों की कम मौजूदगी पर नाराज शिवकुमार ने फिल्म चैंबर और अकादमी के सदस्यों को कड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा, 'आगे से इसे या तो चेतावनी समझिए या निवेदन. यह मेरा कार्यक्रम नहीं, आपका कार्यक्रम है. हमारे मुख्य स्पॉन्सर, भीमा ज्वैलरी, वहीं बैठे हैं. क्या सिर्फ 20 लोगों के लिए यह सिनेमा जरूरी है?'

उन्होंने यह भी संकेत दिया कि सरकार की अनुमति के बिना फिल्म निर्माताओं के लिए शूटिंग संभव नहीं होगी. शिवकुमार ने सख्त लहजे में कहा, 'अगर सरकार शूटिंग की अनुमति न दे, तो फिल्म बन नहीं सकती. मैं जानता हूं कि कहां सख्ती करनी है. इसे अच्छे से समझ लीजिए.'

मेकेदातु परियोजना को लेकर भी जताई नाराजगी

इसके अलावा, शिवकुमार ने फिल्म उद्योग पर मेकदातु परियोजना के समर्थन में शामिल न होने को लेकर भी गहरी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा, 'मैं फिल्म जगत के लोगों से इसलिए भी नाराज हूं क्योंकि उन्होंने राज्य के हित में किए गए मेकदातु पदयात्रा के दौरान हमारा समर्थन नहीं किया. हमने सभी को निमंत्रण दिया था, लेकिन सिर्फ दुनिया विजय और साधु कोकिला, साथ ही कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स के कुछ प्रतिनिधि ही आए. बाकी कोई नहीं आया.'

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