ओडिशा (Odisha) के बुर्ला में वीर सुरेंद्र साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (VIMSAR) के डॉक्टरों ने जादू-टोने की शिकार एक लड़की के सिर से 70 सुइयां निकालीं. इसके एक दिन बाद न्यूरोसर्जन (Neurosurgeon) की टीम ने फॉलो-अप सर्जरी की, जिसमें फिर से सात और सुइयां निकलीं.
इंस्टीट्यूट के निदेशक भाभग्रही रथ ने कहा कि अब तक दो सर्जरी में लड़की के सिर से 77 सुइयां निकाली जा चुकी हैं. गनीमत रही कि सुइयों की वजह से सिर की हड्डी में कोई चोट नहीं आई, लेकिन उसके सिर में जख्म हैं. उन्होंने कहा कि पेशेंट का ट्रीटमेंट चल रहा है.
उन्होंने कहा कि अन्य समस्याओं के लिए जांच की जाएगी, जिसके लिए वह तांत्रिक के पास गई थी. उन्होंने कहा कि यह मानना जल्दबाजी होगी कि उसे किसी तरह की कोई साइकोलॉजिकल इश्यू था. फिलहाल उसका इलाज किया जा रहा है.
दर्द और इन्फेक्शन फैलने का खतरा था, जिसकी वजह से लड़की को बोलनगीर से VIMSAR रेफर किया गया था, अब वह खतरे से बाहर है, लेकिन ऑपरेशन के बाद लगभग एक सप्ताह तक उसे अस्पताल में रहना होगा.
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गुरुवार को बोलनगीर में सिंधीकेला पुलिस सीमा के तहत इचगांव की रहने वाली 19 साल की लड़की से सिर में तेज दर्द हुआ था, जिसके बाद उसे भीमा भोई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. वहां जब सीटी स्कैन किया गया तो उसके सिर में उसके सिर में कई सुइयां धंसी पाई गईं.
इसके बाद शुरुआत में डॉक्टरों ने आठ सुइयां निकालीं, इसके बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ, जिसके कारण उसे VIMSAR रेफर किया गया. यहां 70 और सुइयां निकाली गईं.
मां की मौत के बाद से अक्सर बीमार रहने लगी थी लड़की
अस्पताल में भर्ती लड़की की मां का चार साल पहले निधन हो गया था, इसके बाद से वह अक्सर बीमार रहने लगी थी. बीमारी को लेकर वह साल 2021 में एक तांत्रिक से मिली थी. इसके बाद फैमिली को हाल ही में उसके सिर में धंसी सुइयों के बारे में तब पता चला, जब लड़की ने सिर दर्द की शिकायत की.
यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जांच की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. कांटाबांजी पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की जांच-पड़ताल में जुटी है कि क्या आरोपी ने इलाज के नाम पर अन्य लोगों के सिर में भी इसी तरह सुइयां धंसा दी हैं.