DRDO वैज्ञानिक अतुल दिनकर राणे ने सोमवार को ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड के सीईओ और एमडी का पद संभाल लिया है. ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल बनाता है.
अतुल राणे मिशन क्रिटिकल ऑनबोर्ड कंप्यूटर (ओबीसी) के स्वदेशी डिजाइन और डेपलपमेंट, लूप सिमुलेशन स्टडी में हार्डवेयर, सिस्टम एनालिसिस, मिशन सॉफ्टवेयर के विकास और डिफेंस एप्लीकेशन के लिए एवियोनिक्स तकनीकी के विकास में अपने दशकों योगदान के लिए जाने जाते हैं.
अतुल राणे ने चेन्नई के Guindy Engineering College से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की. इसके बाद उन्होंने पुणे से पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री हासिल की. 1987 में वे डीआरडीओ से जुड़े. शुरुआती समय में उन्होंने अपना करियर डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेटरी से शुरू किया.
बाद में उन्होंने स्वदेश में विकसित सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल प्रणाली के लिए मॉड्यूलर रीयल-टाइम सिमुलेशन परीक्षण तंत्र स्थापित किया. बाद में ऑनबोर्ड कंप्यूटर डिवीजन में रहते हुए उन्होंने अग्नि- I मिसाइल के लिए ऑनबोर्ड मिशन सॉफ्टवेयर के डेवलपमेंट प्रोग्राम का नेतृत्व किया.
ब्रह्मोस एयरोस्पेस की शुरुआत से ही कोर टीम के सदस्य हैं राणे
अतुल राणे रूस के साथ संयुक्त प्रोग्राम के तहत बने ब्रह्मोस एयरोस्पेस के निर्माण के समय से कोर टीम के सदस्य रहे. प्रोग्राम मैनेजर, एवियोनिक्स एंड सिस्टम इंटीग्रेशन फॉर प्रोग्राम पीजे -10 के रूप में उनके महत्वपूर्ण योगदान ने डीआरडीओ ऑनबोर्ड सिस्टम के की रिसर्च डिजाइन और डेवलपमेंट को आगे बढ़ाया. इसी का नतीजा है कि ब्रह्मोस आज आधुनिक हथियार प्रणाली के साथ हमारी सेना को मजबूत करने वाली दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल में है.