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जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण, नौसेना के युद्धपोतों पर होगी तैनात

डीआरडीओ ने आज जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इस मिसाइल को नौसेना के युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा. इस मिसाइल से हवाई खतरों से निपटने में मदद मिलेगी.

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मिसाइल को वर्टिकली लॉन्च किया गया (फोटो-Twitter/DRDO)
मिसाइल को वर्टिकली लॉन्च किया गया (फोटो-Twitter/DRDO)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ओडिशा के चांदीपुर में हुआ परीक्षण
  • परीक्षण में कामयाब रही मिसाइल

DRDO Missile Test: डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने मंगलवार को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया. ये परीक्षण ओडिशा के तट से कुछ दूरी पर चांदीपुर में किया गया. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस मिसाइल को वर्टिकल लॉन्चर से कम दूरी की सतह से लॉन्च किया गया था. मंत्रालय ने ये भी बताया कि मिसाइल ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया.

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इस मिसाइल को भारतीय नौसेना के लिए तैयार की गई है. मंगलवार को डीआरडीओ और नौसेना के अधिकारियों की मौजूदगी में इसे टेस्ट किया गया. इसका पहला टेस्ट इसी साल 22 फरवरी को हुआ था. 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने डीआरडीओ और नौसेना को बधाई दी. उन्होंने कहा कि ये मिसाइल सिस्टम हवाई खतरों के खिलाफ भारतीय नौसेना के जहाजों की क्षमता बढ़ाएगी.

ये भी पढ़ें-- भारत की बड़ी कामयाबी, 5000 KM तक मार करने वाली मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण

इस मिसाइल की रेंज 50 से 60 किलोमीटर है और ये जमीन से ही हवा में मार सकती है. यानी हवा से आने वाले खतरे को इस मिसाइल के जरिए हवा में ही नष्ट किया जा सकता है. इस मिसाइल को नौसेना के युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा.

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस मिसाइल की टेस्टिंग के लिए बालासोर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से 2.5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले साढ़े 4 हजार लोगों को अस्थायी तौर से यहां से शिफ्ट किया था. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी इस मिसाइल के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ और नौसेना को बधाई दी.

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