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पत्नी की चप्पल उतरवाने वाले हॉस्पिटल असिस्टेंट के DRM साहब ने उतरवा लिए कपड़े

Indian Railway: भारतीय रेलवे के अफसर को पत्नी की चप्पल उतरवाने की बात इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने रेल अस्पताल के उम्रदराज असिस्टेंट बसंत उपाध्याय के कपड़े उतारने की आदेश दे दिए. DRM दफ्तर में दर्जनों अधिकारियों और कर्मचारियों की मौजूदगी में असिस्टेंट की यह फजीहत की गई. अपमान से आहत पीड़ित की तबीयत बुरी तरह बिगड़ गई है.

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अस्पताल के प्रदर्शनकारी कर्मचारियों से बातचीत करते ADRM.
अस्पताल के प्रदर्शनकारी कर्मचारियों से बातचीत करते ADRM.

डॉक्टर के चेंबर में घुसने से पहले मंडल रेल प्रबंधक (DRM) की पत्नी की चप्पल उतरवाना अस्पताल के असिस्टेंट को काफी भारी पड़ गया. इसका बदला डीआरएम ने असिस्टेंट के कपड़े उतरवाकर लिया. दफ्तर में बुलाकर कर्मचारी की बरी तरह फजीहत की गई. इस अपमान से आहत कर्मचारी की तबीयत बुरी तरह बिगड़ गई और इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. उधर इस मामले का पता लगते ही असिस्टेंट के सहकर्मियों ने अस्पताल में काम ठप कर हड़ताल की घोषणा कर दी. 

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धनबाद रेल मंडल के मंडल रेल अस्पताल में कर्मचारियों ने ओपीडी सेवा भी बाधित कर दी. कर्मचारियों ने डीआरएम के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल, डीआरएम के अभद्र व्यवहार और बदसलूकी के कारण कर्मचारियों में आक्रोश है. हालांकि, एडीआरएम आशीष झा मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों को काफी समझाया बुझाया. 

चप्पल पहनकर चेंबर में जाने रोका था

इस दौरान प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों ने बताया, डीआरएम कमल किशोर सिन्हा की पत्नी इलाज कराने के लिए रेल अस्पताल आई थीं. डॉक्टर के चेंबर के बाहर असिस्टेंट बसंत उपाध्याय अपनी ड्यूटी पर तैनात थे. उस दौरान बसंत ने डीआरएम की पत्नी और उनके साथ आए शख्स से चेंबर के बाहर चप्पलें उतारने का अनुरोध किया. तब रेल अफसर की पत्नी ने कुछ नहीं कहा और डॉक्टर से मिलने के बाद वापस लौट गईं.

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कर्मचारियों का आरोप है कि इसके बाद डीआरएम ऑफिस से डॉक्टर के असिस्टेंट बसंत उपाध्याय को बुलाया गया और फिर वहां कर्मचारी बसंत को बुरी तरह प्रताड़ित किया गया. 

कपड़े उतरवा लिए गए 

मंडल प्रबंधक के आदेश पर उनके मातहतों ने चप्पल के बदले में बसंत उपाध्याय के कपड़े तक उतरवा लिए. इस घटना के बाद से पीड़ित बसंत उपाध्याय डिप्रेशन में चले गए हैं. अपमान से आहत पीड़ित की तबीयत काफी खराब हो चुकी है. उन्हें इलाज के लिए रेल अस्पताल भी लाया गया. जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया है.  

अस्पताल में भर्ती पीड़ित बसंत उपाध्याय.

रेल अस्पताल की महिला अटेंडेंट यशोदा देवी ने कहा कि हम लोग यहां आने वाले मरीजों का इलाज काम करते हैं. आज बसंत उपाध्याय की फजीहत की गई. कल हम जैसे दूसरे कर्मचारियों के साथ इस तरह की घटना होगी, इसलिए डीआरएम को बर्खास्त किया जाना चाहिए. 

पीड़ित के पक्ष में विरोध प्रदर्शन करते सहकर्मी.

वहीं, इस मामले को लेकर धनबाद मंडल के ADRM आशीष झा का कहना है कि मामले की कोई साक्ष्य नहीं है. फिलहाल कर्मचारियों ने रेल अस्पताल की ओपीडी सेवा बाधित कर दी है. उसे सुचारू करने की कोशिश की जा रही है.

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