बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा कि ब्रिटेन (Britain) के ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग, प्रिंस एडवर्ड ने भारत-ब्रिटेन के बीच साझा संबंधों का जश्न मनाने के लिए रविवार को भारत की तीन दिवसीय यात्रा शुरू की. किंग चार्ल्स III के सबसे छोटे भाई एडवर्ड ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग इंटरनेशनल अवार्ड को बढ़ावा देने के लिए मुंबई और दिल्ली की यात्रा करेंगे, जिसे उनके दिवंगत पिता प्रिंस फिलिप ने 1956 में स्थापित किया था.
यह पुरस्कार भारत में इंटरनेशनल अवार्ड फॉर यंग पीपुल (IAYP) के रूप में दिया जाता है, जो एक अनौपचारिक शिक्षा और सीखने का ढांचा है, जो युवाओं को 'दुनिया में अपना उद्देश्य, स्थान और जुनून खोजने' में सहायता करता है.
बयान में कहा गया है कि महामहिम ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग रविवार 2 फरवरी से मंगलवार 4 फरवरी तक भारत की यात्रा पर हैं, जिससे वे यूके और भारत के बीच साझा संबंधों का जश्न मना सकें और युवाओं और अनौपचारिक शिक्षा के लाभों का समर्थन कर सकें.
एक लाख से ज्यादा छात्रों की मदद
1962 में भारत में अपनी स्थापना के बाद से, IAYP ने देश भर के 325 स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों के 150,000 से ज्यादा छात्रों की मदद की है. इसे दुनिया का लीडिंग यूथ अचीवमेंट अवार्ड बताया जाता है, जो कमिटेड ग्लोबल सिटिजन बनाने और युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए व्यावहारिक अनुभवों और कौशल को एक साथ लाता है.
IAYP के एक बयान में कहा गया है, "यह आज शिक्षा की दुनिया में सबसे बेहतरीन एक्सपीरिएंस लर्निंग प्रोग्राम है और युवाओं को इस दुनिया में अपना जुनून, उद्देश्य और स्थान खोजने में सक्षम बनाता है."
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IAYP एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) है और ड्यूक ऑफ़ एडिनबर्ग इंटरनेशनल अवार्ड एसोसिएशन का पूर्ण सदस्य है. यह पुरस्कार यूथ एंगेजिंग इन सोसाइटी (‘YES’) केंद्रों और ओपन अवार्ड सेंटर (OAC) के जरिए से इम्लीमेंट किया जाता है, जिसमें मुख्य रूप से स्कूल और शैक्षणिक संस्थान शामिल होते हैं.