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नेपाल में फिर लगे भूकंप के झटके, महज कुछ ही घंटों में तीन बार डोली धरती

नेपाल में एक दिन में तीन बार भूकंप आया है. नेपाल-तिब्बत सीमा पर 5.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका असर काठमांडू तक देखने को मिला. लगातार आ रहे भूकंप की वजह से लोग दहशत में हैं.

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नेपाल में भूंकप आया
नेपाल में भूंकप आया

नेपाल और तिबब्त की सीमा पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. शनिवार को नेपाल में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. पूर्वी नेपाल में तिब्बत सीमा के पास दोपहर में एक बजे और दो हल्के झटके पश्चिमी नेपाल में सुबह महसूस किए गए. अधिकारियों के अनुसार, अलग-अलग जगह पर आए भूकंप की वजह से कहीं भी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. 

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कहां-कहां आया भूकंप?

  • दोपहर 2:35 बजे तिब्बत के डिंग्गे काउंटी में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया. डिंग्गे काउंटी पूर्वी नेपाल के ताप्लेजुंग जिले से लगभग 140 किलोमीटर नॉर्थ में स्थित है. इसका असर काठमांडू और अन्य पूर्वी जिलों में महसूस किया गया. 
  • सुबह 6:20 बजे भूकंप बागलुंग जिले में आया. यहां भूकंप की तीव्रता 4.1 तीव्रता रही. बागलुंग काठमांडू से 300 किलोमीटर दूर स्थित है. 
  • सुबह 3:14 बजे म्याग्दी जिले में भूकंप आया. यहां भूकंप की तीव्रता 4.0 रही. म्याग्दी बागलुंग से 40 किलोमीटर दूर स्थित है.

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नेपाल में 2025 में अब तक 4.0 तीव्रता से अधिक के 10 भूकंप दर्ज दिए गए चुके हैं. 2024 में कुल 22 भूकंप आए थे. इससे पहले नेपाल में 12 अप्रैल 2015 और 12 मई 2015 को 7.8 और 7.3 तीव्रता के भयानक भूकंप आए थे. जिसकी वजह से 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. 25 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे. नेपाल हाईली एक्टिव सेसिमिक जोन (IV और V) क्षेत्र में आता है. इसलिए यहां हर साल ज्यादा संख्या में भूकंप आते हैं. 

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बता दें कि भूकंप तब आता है जब धरती की लेयर के नीचे टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं या खिसकती हैं. कभी-कभी अचानक ऊर्जा छोड़ती हैं. यह ऊर्जा ही भूकंपीय तरंगों के रूप में बाहर निकलती है, जिससे धरती हिलती है. जिसे हम लोग भूकंप कहते हैं. भूकंप का प्रभाव कितना होगा यह उसकी तीव्रता और एपिसेंटर पर निर्भर करता है. भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल से मापते हैं. 

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