पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में चल रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में अब नया मोड़ आ गया है. राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को दो दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेजा गया था. गिरफ्तारी के तुरंत बाद उनकी तबियत बिगड़ गई. सीने में दर्द की शिकायत के बाद कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की अनुमति दे दी है. वहीं पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है.
अर्पिता की गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत की गई है.प्रवर्तन निदेशालय ने अर्पिता मुखर्जी के घर छापामार कार्रवाई की थी. छापे में ईडी को करीब 20 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई है. हालांकि उनके घर पर मिले कैश की अभी भी गिनती जारी है और ये राशि और बढ़ सकती है. छापे में अर्पिता के घर से कई फर्जी कंपनियों से जुड़े दस्तावेज, 20 मोबाइल फोन इत्यादि भी मिले हैं. उनके घर से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, विदेशी मुद्रा और सोना भी बरामद किया गया है.
कस्टडी में बिगड़ी पार्थ चटर्जी की तबियत
पार्थ चटर्जी को ईडी की दो दिन की हिरासत में भेज दिया गया था. लेकिन ईडी की कस्टडी के दौरान उनकी तबियत बिगड़ने के बाद कोर्ट ने उन्हें सरकारी एसएसकेएम हॉस्पिटल में भर्ती करने की अनुमति दे दी है. अब उन्हें सोमवार को एक बार फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा. पार्थ चटर्जी के वकील सोमनाथ मुखर्जी ने कोर्ट में कहा कि उन्हें सीने में दर्द की शिकायत है. उनकी तबियत ठीक नहीं है. ऐसे में उन्हें पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं मिलनीर चाहिए.
शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर ईडी की जांच
ईडी की ये कार्रवाई पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड में भर्ती घोटाले से जुड़ी जांच के संदर्भ में की गई है. अर्पिता के घर से बरामद हुई भारी नकदी को जब्त कर ले जाने के लिए आरबीआई ने ट्रक में लोहे के बड़े-बड़े ट्रंक भेजे हैं. अर्पिता और पार्थ अलावा ईडी ने राज्य के शिक्षा मंत्री माणिक भट्टाचार्य, आलोक कुमार सरकार, कल्याण मॉय गांगुली जैसे लोगों के यहां भी छापामार कार्रवाई की है. इस मामले में ईडी के वकील का कहना है कि अब तक 14 स्थानों पर तलाशी ली गई है. अर्पिता के घर से बरामद दस्तावेज दो पक्षों के बीच सीधे लिंकिंग और पैसे के आदान-प्रदान को दर्शाते हैं.
टीएमसी ने बुलाई आपात बैठक
टीचर भर्ती घोटाला मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद टीएमसी में हड़कंप मच गया है. कोलकाता में अभिषेक बनर्जी के कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है. बैठक में कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष मौजूद हैं.