पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. ED ने बुधवार को अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट और एक कंपनी के ऑफिस पर छापा मारा है. सूत्रों के मुताबिक यह छापा ईडी को हासिल हुई काली डायरी से मिली जानकारी के आधार पर मारा गया है.
दरअसल, ईडी को पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां छापे के दौरान एक काली डायरी हाथ लगी थी. माना जा रहा है कि इस डायरी में काफी अहम जानकारी है. इस डायरी से कई खुलासे हुए हैं.
सूत्रों के मुताबिक, जो काली डायरी मिली है, वह बंगाल सरकार के Department of Higher And School Education की है. इस डायरी में 40 पन्ने ऐसे हैं, जिनमें काफी कुछ लिखा हुआ है.
बताया जा रहा है कि अर्पिता मुखर्जी जिन कंपनियों में निदेशक हैं, उनमें से एक कंपनी का नाम एची एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड है. आजतक ने दक्षिण कोलकाता के कस्बा राजडांगा में स्थित उस कंपनी का पता लगा लिया है, जिसमें अर्पिता भी निदेशक हैं. कंपनी का पता 95, राजडंगा मेन रोड है. यह एक बहुमंजिला इमारत है, जिसके ग्राउंड फ्लोर पर अपिता मुखर्जी का दफ्तर है.
चार महीने में 2 बार आए पार्थ चटर्जी
चार महीने पहले शंभूनाथ मजूमदार को सुरक्षा गार्ड के तो पर नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि इस जगह का इस्तेमाल शूटिंग के लिए किया जाता रहा है और घर के एक हिस्से को मैरिज हॉल के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. अर्पिता मुखर्जी को हम मैडम के रूप में जानते थे. हमें पहले नहीं पता था कि वह वहीं है, जिसे इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. वह कंपनी की निदेशक थीं. पार्थ चटर्जी को पिछले चार महीनों में दो बार अर्पिता मैडम से मिलने यहां आते देखा गया है. वहीं, अर्पिता मैडम 2 बार आईं हैं.
अर्पिता के घर तक कैसे पहुंची ED?
ईडी ने पिछले दिनों शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के दौरान पार्थ चटर्जी के घर पर छापा मारा था. ईडी सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान जांच एजेंसी को उनके घर पर कई पर्चियां मिली थीं. इनमें से किसी पर्ची पर अर्पिता मुखर्जी के नाम के साथ 'वन सीआर', 'फोर सीआर' लिखा था. इसी से ईडी को अर्पिता के घर में करोड़ों रुपए छिपे होने का अंदाजा लगा था. ईडी ने शुक्रवार को अर्पिता मुखर्जी के घर छापा मारा. ईडी का शक सही निकला. अर्पिता के घर से ईडी को 21 करोड़ रुपए, कई मोबाइल और कीमती चीजें बरामद हुई थीं.
ED को जांच में मिले अहम दस्तावेज
पार्थ के घर से प्रवर्तन निदेशालय (ED) को कई अहम दस्तावेज मिले हैं. जांच एजेंसी ने बताया कि मंत्री के घर से क्लास सी और क्लास डी सेवाओं में भर्ती के उम्मीदवारों से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. सबूतों से पता चलता है कि पार्थ चटर्जी सक्रिय रूप से ग्रुप डी के कर्मचारियों की नियुक्ति में शामिल हैं. उनके घर से ग्रुप डी उम्मीदवारों की लिस्ट, क्षेत्रीय स्तर चयन परीक्षा का प्रवेश पत्र, 2016 के समापति ठाकुर नामक उम्मीदवार का गैर-शिक्षण स्टाफ (ग्रुप डी) के लिए एप्लीकेशन, रोल नंबर के साथ उच्च प्राथमिक शिक्षक पद के लिए 48 उम्मीदवारों की सूची भी मिली है.
ED ने पार्थ से ये पूछे ये 5 सवाल!
1. SSC के योग्य उम्मीदवारों की पहली सूची क्यों रद्द की गई?
पार्थ- मैं इस बारे में कुछ नहीं जानता.
2. सलाहकार परिषद के सदस्यों के लिए उन्होंने क्या आदेश दिया था? क्या किसी को भर्ती करने की सिफारिश की थी?
पार्थ- मैंने सलाहकार परिषद के सदस्यों को कोई भी आदेश नहीं दिया था.
3. अर्पिता के घर से बरामद किए गए करोड़ों रुपये का क्या सोर्स है और राज्य शिक्षा विभाग के लिफाफे उनके दक्षिण कोलकाता स्थित आवास तक कैसे पहुंचे?
पार्थ- मैं इस बारे में कुछ नहीं जानता
4. शिक्षा भर्ती घोटाले में हवाला एंगल की भी जांच हो रही है, क्या किसी व्यवसायी से कोई संबंध हैं?
पार्थ- उद्योग मंत्री के रूप में कुछ लोगों को जानते थे. लेकिन इससे ज्यादा कुछ नहीं जानते.
5. अर्पिता मुखर्जी के घर से एक काली डायरी बरामद हुई है, इस बारे में क्या जानते हैं?
पार्थ- इस बारे में कुछ भी पता नहीं.